-गांव बुटरेला : पार्षद रहे स्व. मलकीत सिंह की यादगिरी गेट को मेयर दे चुके हैं हटाने के आदेश
-गांव बुटरेला की एंट्री प्वाइंट पर स्थापित है यह गेट
-मेयर के हुक्म से पहले एरिया पार्षद शिअद में थे लेकिन अब आप में हैं
-मार्च माह में मेयर के आदेश थे, गेट लगाने वाले पार्षद से जुर्माना भी वसूला जाए…

भरत अग्रवाल, चंडीगढ़ दिनभर : सेक्टर-41 स्थित बुटरेला गांव में स्थापित एरिया पार्षद स्व. मलकीत सिंह यादगिरी गेट को गत मार्च को मेयर ने हटाने के आदेश दिए थे।
मेयर कुलदीप टीटा ने निगम कमिश्नर को आदेश दिए थे कि यह गेट तुरंत प्रभाव से हटाया जाए। यह अवैध है। जुर्माना भी वसूला जाए। तब एरिया पार्षद हरदीप सिंह शिअद में रहे लेकिन अब वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में मेयर साहब क्या कार्रवाई करेंगे यह सवाल है। क्योंकि पार्षद हरदीप सिंह अब आप में हैं। बता दें कि हरदीप सिंह स्व. मलकीत सिंह के भाई हैं। आम आदमी पार्टी के मेयर कुलदीप कुमार ने यादगिरी गेट को हटाने के निर्देश पर निगम अधिकारियों से लेकर सभी पार्षद दंग थे, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। अब विपक्ष इस मुद्दे को उठाने की तैयारी में है।
नगर निगम हाउस मीटिंग में इस यादगिरी गेट को लेकर बवाल मच सकता है। वहीं, शिकायतकर्ता का कहना हैंहै कि नगर निगम के अधिकारी इस अवैध यादगिरी गेट को हटाने से डरते हैं।
शिकायत होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती है। एक तरफ तो मेयर इस यादमिरी गेट को अवैध मानते हुए हटाने और जुर्माना वसूलने के आदेश देते हैं, लेकिन नगर निगम के उच्च अधिकारी इस पर कार्रवाही करने से डरते हैं।
निगम कमिश्नर की माने तो उनके मुताबिक नियम अनुसार जांच की जा रही हैं। मेयर कुलदीप ने 8 मार्च को नगर निगम कमिश्नर को पत्र लिख सेक्टर-41 स्थित गांव बुटरेला में लगे काउंसलर मलकीत सिंह यादगिरी गेट को हटाने के आदेश दिए थे।
इन आदेशों पर अभी तक कोई कार्रवाही नहीं हुई। काउंसलर मलकीत सिंह यादगिरी गेट मौजूदा पार्षद हरदीप सिंह के भाई थे। उनकी मृत्यु हो जाने के बाद इस यादगिरी गेट को लगाया गया था। सरकारी जगह पर बिना परमिशन लिए इस यादगिरी गेट को लगाने की शिकायत गांव बुटरेला के निवासी तजिंदर सिंह ने की थी।

हाउस मीटिंग में विपक्ष उठा सकता है यह मुद्दा

बता दें कि पार्षद हरदीप सिंह पहले अकाली पार्षद थे और भाजपा का मेयर बनाने का समर्थन करते थे लेकिन अब हरदीप सिंह आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। इस लोकसभा चुनाव में पार्षद हरदीप सिंह ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार मनीष तिवारी का चुनाव प्रचार किया था। इसको लेकर चंडीगढ़ भाजपा के वरिष्ठ नेता काफी नाखुश थे। अब निगम की हाउस मीटिंग में भाजपा पार्षद इस यादगिरी गेट के आदेश पर कार्रवाही न होने पर मेयर को घेर सकते हैं।