डॉ. तरूण प्रसाद 10

चंडीगढ़। देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 1 बिलियन डॉलर के सिंडिकेटेड सोशल लोन सुविधा के पूरा होने की घोषणा की है। यह सिंडिकेटेड लेनदेन एसबीआई और भारतीय ईएसजी फाइनेंसिंग मार्केट के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह एशिया प्रशांत क्षेत्र में एक वाणिज्यिक बैंक द्वारा सबसे बड़ा ईएसजी ऋण और विश्व स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा सामाजिक ऋण है। इसके अतिरिक्त, यह बैंक का प्रारंभिक सामाजिक ऋण है और पिछले पांच वर्षों में पहला सिंडिकेटेड ऋण है। 1 बिलियन डॉलर की सुविधा की व्यवस्था एमएलएबी, एमयूएफजी बैंक और ताइपेई फूबॉन कॉमर्शियल बैंक कंपनी लिमिटेड के जरिये की गई। एमयूएफजी और ताइपेई फूबॉन कॉमर्शियल बैंक ने जॉइंट सोशल लोन कॉर्डिनेटर की भूमिका निभाई, जबकि एमयूएफजी इस लेन-देन के लिए लीड सोशल लोन कॉर्डिनेटर बना। एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा, ‘‘एक जिम्मेदार और सस्टेनेबल संगठन के रूप में हम अपने कारोबार का संचालन पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) प्रथाओं के उच्चतम मानकों के साथ करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा पहला सामाजिक ऋण जारी करना ईएसजी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का एक प्रतीक है। हम इस बात में यकीन करते हैं कि हमारी दीर्घकालिक सफलता न केवल हमारे वित्तीय प्रदर्शन पर निर्भर करती है, बल्कि पर्यावरण, समाज और हमारे हितधारकों पर सकारात्मक प्रभाव डालने की हमारी क्षमता पर भी निर्भर करती है।’’
ईएसजी ट्रांजेक्शन की कड़ी में यह पहला कदम भारत में हरित और सामाजिक परियोजनाओं का समर्थन करने के लिए एसबीआई की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है।

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