Panic button

पैनिक बटन देगा पेन : मोटर कैब, मैक्सी कैब और बस मालिकों को अब नहीं मिलेगा रिलीफ…

चंडीगढ़ दिनभर
मैक्सी कैब, मोटर कैब और बस ड्राइवर अब सब हो जाओ सावधान। कारण है कि काफी छूट देने के बाद अब प्रशासन ने लोगों को ले जाने वाले कमर्शियल व्हीकल पर पैनिक बटन न होने पर उनका चालान काटना शुरू कर दिया है। एक अप्रैल यानि शनिवार से चालान शुरू होंगे, जिनका जुर्माना 10 हजार रुपये होगा, जिस गाड़ी में ट्रैकिंग डिवाइस नहीं लगा है उन सभी गाडिय़ों के चालान काटे जाएंगे। यह चालान भी 10 हजार रुपए का होगा। चंडीगढ़ के होम सेक्रेटरी नितिन यादव ने 10 मार्च को इस संबंध में आदेश जारी किए थे और डिवाइस लगवाने के लिए 31 मार्च तक का समय दिया था। हालांकि, इन आदेशों में प्रशासन की मंशा पर शंका हो रही है। प्रशासन ने चालान काटने की तैयारी कर ली है लेकिन डिवाइस को ट्रैक कैसे किया जाएगा, यह तय ही नहीं है। अगर कोई सवारी पैनिक बटन दबाती है तो उस तक सुविधा कैसे पहुंचाई जाएगी,न इसकी तैयारी है। पैनिक बटन का मैसेज कहां-कहां जाएगा।

इस संबंध में किसी तरह की कोई तैयारी ही नहीं है। हास्यप्रद बात तो ये है कि शहर की हजारों गाडिय़ों की ट्रैकिंग एसटीए विभाग एक कंप्यूटर, एक सुपरवाइजर और दो डाटा ऑपरेटरों के जरिये करेगा। हालांकि, अभी वो भी सिर्फ सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक। यानि अगर शाम होने पर या इसके बाद आपको मदद चाहिए तो जितना मर्जी पैनिक बटन दबाओ, कोई उसे सुनने वाला नहीं है। इतना ही नहीं पैनिट बटन दबाया जाता है कि जब ड्राइवर मिसबिहेव करे,अकेला जान बुजुर्ग को लूटना चाहे,लड़की से गलत करना चाहे। लेकिन हैरत है कि अगर आप पैनिक बटन दबाएंगे,तो ऑपरेटर ड्राइवर से ही फोन कर पूछेगा कि सब ठीक है या नहीं। एसटीए के अनुसार शहर में कमर्शियल श्रेणी के करीब 10 हजार वाहन रजिस्टर्ड हैं। इनमें से मात्र 3 हजार वाहनों में ही डिवाइस लगा हुआ है। इसीलिए 31 मार्च तक सभी को डिवाइस लगाना अनिवार्य किया जा चुका है।

दिनभर का सवाल : जब पैनिक बटन से अभी किसी को कोई मदद ही नहीं मिलनी तो पैसे वसूलने में जल्दबाजी क्यों?

हमारी कल से सॉफ्ट लांचिंग ही है। चालान शुरू किए हैं। ताकि सभी पैनिक बटन लगा लें। हमारा उद्देश्य लोगों को सुिवधा देना है। काफी समय से पैनिक बटन लगाने के लिए कहा जा रहा है। मैं मानता हूं कि अभी सिस्टम में कुछ खामियां हैं, जिसे धीरे-धीरे सुधारा जाएगा। जैसे शाम 5 बजे के बाद भी ऑपरेटर तैनात किए जाएंगे। लोगों से अपील है कि किसी भी तरह की समस्या पर तुरंत पैनिक बटन दबाएं। इससे न सिर्फ उनकी समस्या का समाधान होगा,बल्कि सिस्टम की खामियां दूर होने में भी हमारी मदद होगी। पैनिट बटन दबाते ही,मदद के लिए 112 में हमारे ऑपरेटर इन्फॉर्म करेंगे। नितिन यादव, होम सेक्रेटरी

क्यों जरूरत होती है पैनिक बटन की

दिल्ली में हुए निर्भया कांड के बाद केंद्र सरकार ने पैनिक बटन को अनिवार्य बनाया था। लेकिन इन आदेशों को लागू करना राज्यों पर छोड़ दिया था। इस बटन का उद्देश्य कैब आदि में अकेली सफर करने वाली महिलाओं को सुरक्षा का माहौल प्रदान करना था। अगर उसके साथ कोई बदतमीजी करता है, लूटपाट, छेडख़ानी या गलत हरकत करता है तो वो पैनिक बटन दबाकर मदद मांग सकती है। लेकिन सिस्टम की तैयारी इस स्तर पर जीरो है। अगर कोई पैनिक बटन दबाता है तो अलर्ट मिलने पर गाड़ी के मालिक के पास हालात जानने को कॉल जाएगी।

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