
पेड पार्किंग के पूर्व ठेकेदार के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग, करोड़ों के घोटाले में हस्तक्षेप करें प्रशासक : छाबड़ा
चंडीगढ़ नगर निगम की जनरल हाउस मीटिंग में सोमवार को पेड पार्किंग की पूर्व ठेकेदार कंपनी पाश्चात्य एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किए गए करोड़ों के घपले की जांच करवाने को लेकर हंगामा हो गया। इस दौरान कांग्रेस और आम आदमी पार्टी द्वारा बीजेपी पर जमकर हल्ला बोला। साथ ही निगम दफ्तर के बाहर नारेबाजी भी की गई। वहीं पूर्व मेयर प्रदीप छाबडा ने चंडीगढ के प्रशासक से इस मामलें में दखल देने की मांग करते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। इसके अलावा जनरल हाउस मीटिंग में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने कई मुद्दों पर भाजपा को घेरा। सुबह 11 बजे हाउस शुरू होते ही दोनों विपक्षी पार्टियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। काफी देर तक वेल में इनका विरोध चलता रहा। पानी के बढ़े हुए रेट, पार्किंग घोटाले की जांच और सर्विस चार्ज लिए जाने के विरोध में यह प्रदर्शन चला।
5 सदस्यीय कमेटी बनाने का फैसला
हाउस मीटिंग में शहर की पेड पार्किंग्स की पूर्व ठेकेदार कंपनी पाश्चात्य एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ पुलिस की आपराधिक कार्रवाई के साथ ही एक पांच सदस्यीय कमेटी भी बनाने का फैसला लिया है। मेयर अनूप गुप्ता ने कहा कि कमेटी में कांग्रेस और आप के भी पार्षद होंगे। मालूम होकि पार्किंग ठेकेदार ने निगम को फर्जी बैंक गारंटी दी थी। वहीं निगम ने विपक्ष के भारी विरोध के चलते सीवरेज सेस को 30 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत कर दिया।
हाउस मीटिंग के मुख्य एजेंडे
सोमवार को हुई निगम की बैठक में मुख्य एजेंडों में शहर की सड़कों की रिकार्पेटिंग करना, सेक्टर 28 की मार्किट में सीवरेज सिस्टम को मजबूत करना, बस्सी पठाना सब स्टेशन से वाटर वक्र्स, कजौली तक 66 केवी की नई लाइन स्थापित करना, सेक्टर-24 और सेक्टर 51 में कम्युनिटी सेंटर का निर्माण करना, सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट सेल में अस्थाई पदों पर नियुक्तियां करना, मनीमाजरा में नए गवर्नमेंट स्कूल का निर्माण करना आदि शामिल हैं।
राजनीतिक संबंधों का फायदा उठा रहा ठेकेदार
पूर्व मेयर प्रदीप छाबडा ने आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी किस की है। क्या राजनीतिक पार्टी या राजनेता से संबंध तो नहीं हैं ठेकेदार के। छाबड़ा ने कहा कि पिछले दिनों हुए पार्किंग में ठेकेदार द्वारा किए गए 6 करोड़ के घपले व डेढ़ करोड़ की जाली बैंक गारंटी दिए जाने की सीबीआई से जांच की मांग की है। किन ऑफिसर की लापरवाही की वजह से नगर निगम का करोड़ों का नुकसान हुआ। विजिलेंस इन्क्वायरी तो मात्र फॉरमैलिटी है। पहले भी नगर निगम के कई ऑफिसर के खिलाफ बहुत जांच पेंडिंग चल रही है। जिनकी सीबीआई जांच होनी चाहिए ताकि सच सामने आ सके। उन्होंने कहा कि पहले भी नगर निगम के कई अफ़सर सीबीआई द्वारा पकड़े गए हैं। इस समय नगर निगम भ्रष्टाचार का जोर है। वहीं छाबड़ा ने आरोप लगाया कि प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। इसके चलते उन्होंने चंडीगढ़ के प्रशासक से इसमें दखल देने की मांग की है।

निगम कार्यालय के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन
चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष एचएस लकी की अगुवाई में सोमवार को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चंडीगढ़ में नगर निगम की तरफ से बढ़ाए गए पानी के बिजली के बिल और गैस सिलेंडरों के रेटों के बढ़ते दामों के चलते ही प्रोटेस्ट किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि भाजपा महंगाई बढ़ाने में लगी हुई है। इससे आम आदमी को घर का गुजारा चलाना मुश्किल हो रहा है। वहीं महिला कांग्रेस की प्रधान दीपा दुबे ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 410 रुपए थी जो अब 1100 रुपए पार कर चुका है। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा राज में सिलेंडर के बढ़े हुए रेट समेत निगम के पार्किंग घोटाले, पानी के रेट बढ़ाने, संपर्क में सेवाओं पर टैक्स लगाने और महंगाई बढाने का काम किया है।