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महाबंद के दौरान पार्कों की मेंटेनेंस के लिए निगम ने जारी किए लाखों रुपए

चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ पार्किंग घोटाले के बाद अब पेश है नगर निगम का पार्क घोटाला। पार्कों के मेंटेनेंस के नाम पर नगर निगम ने रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशंस (आरडब्ल्यूए) और हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट को अप्रैल से मई 2020 के दौरान भी लाखों रुपए जारी किए। जबकि कोरोना की वजह से 25 मार्च से 31 मई 2020 तक पूर्ण लॉकडाउन था। लोगों के बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी थी। सिर्फ इमरजेंसी सर्विस ही जारी थीं। ऐसे में इन आरडब्ल्यूए ने नेबरहुड पार्कों में कौन का मेंटेनेंस का काम करवाया? और ये काम किसने किया क्योंकि सभी घरों में कैद थे? राइट टू इन्फॉर्मेशन (आरटीआई) के तहत वार्ड नंबर-30 यानी सेक्टर-41 के पार्कों की मेंटेनेंस संबंधी जानकारी मांगी गई थी।

इसी आरटीआई में घोटाले का खुलासा हुआ है। पूरे शहर में 91 आरडब्ल्यूए हैं जो 818 नेबरहुड पार्क की मेंटेनेंस का काम देखती हैं। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कितना बड़ा घोटाला है। और इसे अंजाम देने में नगर निगम के अधिकारी, आरडब्ल्यूए और हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट तीनों की मिलीभगत है। इस मामले में नगर निगम कमिश्नर आनंदिता मित्रा से बात की तो उन्होंने कहा कि मार्च से मई 2020 में महाबंद के दौरान आरडब्ल्यूए को इसेंशियल सर्विस के पास दिए गए थे ताकि पेड़-पौधों में पानी दिया जा सके। जबकि पूर्व मेयर राजबाला का कहना है कि माली कौन सी इसेंशियल सर्विस है। किसी को भी इन कामों के लिए पास नहीं दि गए थे।

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किसको कितने पैसे दिए
सेक्टर-41 में नेबरहुड पार्कों की मेंटेनेंस का काम तीन एसोसिएशंस के पास है। अप्रैल और मई 2020 इन दो महीने के लिए सोसायटी फॉर द डेवलपमेंट एंड मेंटेनेंस को पार्क नंबर-1 के लिए दोनों महीनों में 3145 प्रति महीना दिया गया। वहीं द ग्राउंड लोर रेसिडेंट्स इन ड्यूपलैक्स लेट वेलफेयर एसोसिएशन को एक अन्य पार्क की मेंटेनेंस के लिए 3069 प्रति महीना दिया गया। वहीं पब्लिक वेलफेयर एसोसिएशन को सेक्टर के अन्य पार्कों की मेंटेनेंस के लिए 87793 रुपए प्रति महीना दिए गए। ये आंकड़े सिर्फ एक सेक्टर के हैं। इनसे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पूरे शहर में कितना बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया है।

शहर में कुल कितने पार्क

चंडीगढ़ में कुल 1800 नेबरहुड पार्क हैं जिनमें से 818 का काम आरडब्ल्यूए और बाकी बचे पार्कों की मेंटेनेंस हॉर्टिकल्चर विभाग के पास है। स्टाफ की कमी की वजह से नगर निगम ने आरडब्ल्यूए को इन पार्कों का जि मा सौंपा है। जानकारी के अनुसार निगम जल्द ही ग्रीन बेल्ट की जि मेदारी भी इन आरडब्ल्यूए को देने जा रही है। फिलहाल हॉर्टिक्ल्चर 100 ग्रीन बेल्ट की देखरेख कर रही है। इन्हीं में से कुछ आरडब्ल्यूए को सौंप दी जाएंगी।