चंडीगढ़ दिनभर . अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन एवं राज्यसभा चंडीगढ़ द्वारा आयुर्वेद पर्व 2023 का आयोजन श्री धनवंत्री आयुर्वैदिक कॉलेज एंड हॉस्पिटल चंडीगढ़ में किया जा रहा है। यह जानकारी डॉ गीता जोशी ने दी व बताया कि आयुर्वेद पर्व में पद्मश्री पद्म भूषण अवार्ड वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा ,वैद्य अनिल भारद्वाज सहित पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल व चंडीगढ़ के मेयर अनूप गुप्ता विशिष्ट अतिथियों में शामिल रहे।

सेक्टर 46 के धन्वंतरी आयुर्वेद कॉलेज में आयुर्वेद पर्व का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आयुर्वेद से जुड़ी कई हस्तियां शामिल हुई। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी खास तौर पर शिरकत की। इसके अलावा कार्यक्रम में आयुर्वेद से जुड़े लोग,वैद्य, छात्र और आम लोग पहुंचे थे। सीएम ने कहा कि आजकल मेडिकल या आयुर्वेद के छात्र खुद को वैद्य कहलाना पसंद नहीं करते। डाक्टर कहलाना पसंद करते हैं। पहले शिक्षा और चिकित्सा सबको मिलती थी। फिर इसमें पैसे का चलन शुरू हो गया । लोगों को लगने लगा कि अगर पैसे देकर कोई काम करवाया तो बेहतर हो सकता है। आयुर्वेद सबसे बेहतर चिकित्सा पद्धति है। एलोपैथी में हम एक बीमारी का इलाज करवाते हैं दूसरी बिमारी लग जाती है मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें कुरुक्षेत्र में कृष्णा आयुर्वेद विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है। जिसके लिए 100 एकड़ भूमि मंजूर हो चुकी है। हमें इसके लिए एक कुलपति की तलाश है।

उन्होंने नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन के अध्यक्ष राकेश शर्मा से कहा कि आप कोई नाम सुझाएं। एक समय में देश में अनाज की कमी थी और आज हम अनाज एक्सपोर्ट करते हैं। लेकिन उत्पादन बढने के साथ साथ इसमें फर्टीलाइजर नाम की एक कमी आ गई जिससे कई बिमारियां फैल रही हैं। हमें अब यूटर्न लेना होगा। हमें प्राकृतिक खेती की और जाना होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार एक किलो चावल उगाने में तीन हजार लीटर पानी इस्तेमाल होता है हम हरियाणा में आयुर्वेद को बहुत बढ़ावा दे रहे हैं।