चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़। कवयित्री सारिका धूपड़ के काव्य संग्रह अभिसार का आज चंडीगढ़ प्रेस क्लब में विमोचन हुआ। पुस्तक विमोचन पर आईएएस ज्योति अरोड़ा बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कैलाश आहलूवालिया ने की। सुप्रसिद्ध साहित्यकार प्रेम विज बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर उपस्थित थे। अश्विनी शांडिल्य ने सारिका धूपड़ के नव प्रकाशित काव्य संग्रह पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस मौके पर सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ विनोद शर्मा, प्रोफेसर गुरदीप गुल, सुरजीत धीर, अमरजीत अमर, लिल्ली स्वर्ण, डॉ. विमल कालिया, अनुरानी, राजिंदर कौर आदि ने भी भाग लिया। प्रेम विज ने कहा कि सारिका धूपड़ के काव्य संग्रह अभिसार में जिंदगी और समाज के विभिन्न पक्षों को प्रस्तुत करती कविताएं हैं। इन कविताओं में जीवन दर्शन, प्रेम, रिश्तों के साथ-साथ कोविड काल को भी दर्शाया गया है।
अभिसार पांच भागों में विभाजित 55 कविताओं का संग्रह है। शीर्षक जैसा ही इशारा करता है, अभिसार मानव भावनाओं, संबंधों और विचारों का एक मिलाप है। वर्तमान समय के प्रतिनिधित्व करती हैं और मानव गुणों और कमियों को दर्शाती हैं। कविताओं की सराहना करते हुए, ज्योति अरोड़ा ने कहा कि यह वास्तव में मानव भावनाओं का एक संगम है जिसमें प्रकृति, मानव संबंध और उनके उच्च और निम्न स्तरों का उल्लेख किया गया है। सुरजीत सिंह धीर ने अपनी सुरीली आवाज में अभिसार से तीन कविताओं का संगीतमय पाठ किया। सारिका ने कुछ कविताओं का भी पाठ किया, जैसे पापा की गुडिय़ा, तन्हा मुखौटे, पतझड़ की हवा आदि।