सट्टेबाजों में फंसा डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ सट्टेबाजी के केस में अब खुद डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल आरोपों में हैै। आरोप संगीन है और अफसरों ने चुप्पी साध ली है। खैर कार्रवाई के नाम पर पुलिस अफसरों ने डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर नरेंद्र पटियाल को तत्काल प्रभाव से पुलिस लाइन में भेज दिया है जबकि इसी पुलिस सेल में तैनात कांस्टेबल संदीप, मंजीत और हंसराम को सस्पेंड कर दिया है इसके पीछे के कारण को अफसरों ने चाहे छिपा रखा है। सूत्रों की माने कि 6400 रुपए के सट्टे के आरोप में जिनको पकड़ा है, उन्हीं के चक्कर में यह कार्रवाई हुई। पुलिस ने प्रेसनोट में कहा है कि सेक्टर 34 के शाम शॉपिंग मॉल के नजदीक ग्राउंड में जीरकपुर के मोना ग्रीन निवासी पार्थ गोयल, नितिन और गगन को खुले में सट्टा खेलते पकड़ा है और कब्जे से एक कार, पांच मोबाइल और 6400 रुपए की नकदी बरामद की है।
पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज कर उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया। वहीं, इंस्पेक्टर नरेंद्र पटियाल को लाइन में भेज दिया गया और तीनो कांस्टेबलों के सस्पेंशन के बारे में बताया गया है। चाहे अफसरों ने मामला छिपाया है। चर्चा है कि तीनों कांस्टेबलों ने अफसरों की जानकारी के बिना इन तीनों आरोपियों को दबोचा था और उनसे अपने स्तर पर ही सेटिंग करने में जुुटे थे। जिसकी जानकारी वीरवार रात को ही एसएसपी यूटी तक पहुंची और एसएसपी यूटी ने एसपी सिटी मृदुल और डीएसपी गुरमुख सिंह को मौके पर भेजा। एसपी सिटी की स्पेशल रिपोर्ट के बाद आला अफसरों ने यह कार्रवाई की है। सूत्रों की माने तो इसमें पुलिस पर संगीन आरोप लगे हैं। एसएसपी कंवरदीप कौर का कहना है कि मामले की जांच हो रही है।
एसपी सिटी मामले की जांच कर रहे हैं। आरोप लगे हैं,उस पर पूरी जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है। वहीं चर्चा है कि एसपी सिटी डीसीसी सेल और खासकर इन कांस्टेबलों की टीम द्वारा पकड़े गए सभी सट्टोंं के मामलों की अलग से जांच कर रहे हैं और उसकी डिटेल रिपोर्ट जल्द अफसरों को भेजी जाएगी।