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जालंधर : नई एक्साइज पॉलिसी के तहत शराब के ठेकों के ड्रा निकाले जा चुके हैं व पुराने ठेकों की समयावधि समाप्त होने के चलते आज ठेकेदारों द्वारा सस्ते दामों पर शराब बेची गई। लोगों ने इसका भरपूर लाभ उठाया व बिना रोक-टोक के पेटियों के हिसाब से शराब की खरीददारी की। लोकसभा चुनावों के चलते चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद नियमों के विपरीत जाकर शराब की बिक्री हुई व एक्साइज नियमों की जमकर धज्जियां उड़ीं। ठेके टूटने के चलते शराब बेहत सस्ते दामों में बेची गई जिसके चलते कई ठेकों पर देर रात तक बेहद रश देखने को मिला।

लम्बा पिंड चौक, दमोरिया पुल के पास, मिलाप चौक सहित विभिन्न स्थानों पर शराब के ठेकों में मेला लगा नजर आया। एक्साइज नियमों के मुताबिक एक व्यक्ति को शराब बेचने संबंधी नियमों की कोई पालना नहीं हुई। दो पहिया वाहनों पर आए लोग शराब की पेटियां लेकर जाते नजर आए।

जानकारी के मुताबिक कई ठेकों पर आधे दाम पर शराब बिकी जबकि कई ठेकों द्वारा दाम 40-50 प्रतिशत तक घटा दिए गए जिसके चलते हजार वाली बोतल 400 से लेकर 600 रुपए में बिकती रही। वहीं बीयर के दाम भी काफी कम किए जा चुके थे जिसके चलते सुबह से ही शराब के ठेकों पर खरीददारों का जमावड़ा लगने लगा।

एक्साइज विभाग द्वारा ढोल इत्यादि बजाने पर पाबंदी लगाई जा चुकी है जिसके कारण ठेकों पर प्रचार नहीं हो सका, लेकिन ठेकों पर लगा लोगों का भारी रश सस्ती शराब संबंधी अपनी दास्तां खुद बयां कर रहा था। रात 10 बजे के जिन ठेकों पर शराब बची थी उन्होंने दाम बेहद कम कर दिए थे। देखने में आ रहा था कि ठेकों के सेल्जमैन द्वारा शराब बेचना लक्ष्य रखा गया था। इसके चलते कई बोतले 300 रुपए व इससे कम में भी बिकने की बातें सामने आई हैं।

रात 12 बजे सील किए गए शहर के दर्जनों ठेके

अधिकारियों ने कहा कि शहर में दर्जनों ठेकों को रात 12 बजे के बाद सील कर दिया गया है। ठेकों के अंदर पड़ी शराब को नए ठेकेदारों को ट्रांसफर करने के संबंधी विभागीय पॉलिसी के मुताबिक कार्रवाई होगी। इसके लिए ठेकेदारों को एक्साइज फीस अदा करनी पड़ेगी। शराब ट्रांसफर संबंधी विभागीय कार्रवाई से गुजरने से बचने के लिए ठेकेदारों द्वारा शराब सस्ती की जाती है, ताकि विभाग द्वारा ठेके सील करने से पूर्व अधिक से अधिक शराब बेच कर ठेके खाली किए जा सकें। इसी के चलते सस्ते दामों, औने-पौने दामों पर शराब की बिक्री कर दी जाती है।

विभागीय जानकारी के मुताबिक ठेकों में पड़ी शराब की गिनती करके अगली कार्रवाई शुरू होगी। एक्साइज विभाग के अधिकारी रात 1 बजे के बाद तक सड़कों पर घूमते नजर आए। शहर की रेंज के अंतर्गत आते कई ठेके 12 बजे के करीब सील होने शुरू हो गए थे व विभागीय अधिकारियों के पहुंचने से पहले तक कई ठेकों में शराब का स्टाक लगभग खत्म किया जा चुका था। इसी क्रम में शहर के कई प्रमुख ठेकों में शाम 5 बजे तक कई ब्रांड खत्म हो चुके थे। अपने पसंदीदा ब्रांड की तालाश में लोगों को दूर दराज तक भटकना पड़ा।

आज से नई पालिसी के तहत बिकेगी शराब

नई एक्साइज पालिसी 2024-25 के मुताबिक ड्रा सिस्टम से निकाले गए ठेकों के ग्रुप की 12 प्रतिशत फीस अदा करने वाले ठेकेदार 1 अप्रैल से ग्रुपों का संचालन शुरू कर देंगे। इसी क्रम में नई पालिसी के तहत शराब की बिक्री होगी। फिलहाल शराब के दामों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।  ठेके टूटने के कारण अधिकतर उपभोक्ता शराब का स्टाक कर लेते हैं जिसके चलते नए ठेकों पर पहले सप्ताह ग्राहकों की संख्या नाममात्र रहती है। शराब ठेकेदारों द्वारा क्या रणनीति बनाई जाएगी यह देखना दिलचस्प रहेगा व शराब के नए दाम निर्धारित होने संबंधी लिस्टें लगने के बाद ही आंकलन किया जा सकता है।

 

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