
चंडीगढ़ दिनभर
पंजाब में विधानसभा के विशेष सत्र (Punjab Special Assembly Session) को लेकर मान सरकार और राज्यपाल बनवारीवाल पुरोहित के बीच विवाद अब भी जारी है. मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने तक की घोषणा कर दी है. उनके इस बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी की प्रतिक्रिया सामने आई है. चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि “अगर राज्यपाल कह रहे हैं विधानसभा सत्र बुलाना अवैध है, तो पंजाब सरकार को एक पत्र लिख कर इसे हल करना चाहिए. पंजाब सरकार नियमों का पालन खुद नहीं कर रही”.
भगवंत मान ने शुक्रवार को ही कहा था कि उनकी सरकार राज्य विधानसभा के दो दिवसीय सत्र में पेश किए जाने वाले तीन विधेयकों को मंजूरी देने से राज्यपाल के इनकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी. सत्र के पहले दिन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ समय बाद ही सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने सत्र को पहले ही अवैध करार दिया था और राजस्व संबंधी विधेयकों पर अपनी मंजूरी रोक दी थी, इसके बाद उनके और सीएम के बीच विवाद और भी बढ़ गया.
विधानसभा में भगवंत मान ने राज्यपाल पर हमला बोलते हुए उन्हें ‘लाट साहब’ तक कहा. मान ने कहा, राज्यपाल इस तरह से बर्ताव कर रहे हैं जैसे प्रदेश राज्यपाल शासन के तहत है या वह दिल्ली के उपराज्यपाल की तरह हैं. स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए, मान ने अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान से सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का आग्रह किया और कहा कि उनकी सरकार इस मुद्दे पर राज्यपाल के खिलाफ 30 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी. सदन की कार्यवाही स्थगित करने का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री बलकार सिंह ने पेश किया और विधानसभा की ओर पारित कर दिया गया.