शहर में आवारा कुत्तों की वजह से बच्चे, बड़े और बुजुर्ग पार्कों में सैर करने से कतरा रहे हैं
चंडीगढ़ दिनभर।
चंंडीगढ़ आए दिन डॉग बाइट के मामले में बढ़ते जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सेक्टर-19 में आया, जहां एक व्यक्ति को स्टे्र डॉग ने काट कर घायल कर दिया। घायल ने सतर्कता दिखाते हुए सेक्टर-27 स्थित प्राइवेट क्लीनिक पर जाकर एंटी रैबिज का इंजेक्शन लगवा लिया है। हाल में ही में सेक्टर-22 से पार्षद दमनप्रीत सिंह के बेटे को भी स्ट्रे डॉग ने हमला कर घायल कर दिया था। बता दें कि आवारा कुत्तों का आतंक इस कदर बढ़ गया कि घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। आए दिन आवारा कुत्ते छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों को काट कर घायल कर रहे हैं। आवारा कुत्तों के हमले के भय से छोटे बच्चों का बाहर खेलना भी बंद हो गया है। बच्चों को साथ लाते वक्त हाथ में डंडा होने के बाद भी चेहरों पर भय की लकीरें स्पष्ट दिखाई पड़ती हैं। बीते एक सप्ताह से शहर के विभिन्न मोहल्लों में आए दिन आवारा कुत्तों के काटने की घटना हो रही हैं।
कुत्तों की संख्या या उनमें हिंसक प्रवृति तेजी से बढ़ रही है। पिछले दिनों बेटे को भी आवारा कुत्ते ने काट लिया था। निगम को कुछ एकड़ जगह आवारा कुत्तों के लिए अलॉट करने चाहिए, जहां इन्हें खाने से लेकर उपचार तक की सुविधा मिले। डॉग लवर्स भी उस जगह पर जाकर खाना खिला सकेंगे। दमनप्रीत सिंह, पार्षद सेक्टर-22
आवारा कुत्तों को खाने की बड़ी समस्या रहती है। इन्हें खाना मिलता नहीं है। जब उनको कुछ खाने को नहीं मिलता है, तब ऐसे कुत्ते अटैक कर देते हैं। कुछ ऐसे भी होते हैं, जिनकी प्रवृत्ति काटने की होती है, वे हिंसक होते हैं। उन्हें कहीं शिफ़्ट कर देना चाहिए, जहां खाने को पूरा मिले, तो फिर वो किसी इंसान को नुकसान नहीं पहुंचाएगा। ये समझना होगा कि चाहे पालतू जानवर हो या जंगली जानवर, वे खाने के लिए ही अटैक करते हैं। अगर ये जरूरत पूरी हो जाए, तो वो अटैक नहीं करेगा।
-नवीन गोयल , सेक्टर 26