
चंडीगढ़ दिनभर
जीरकपुर गांव छत लाइट प्वांइट पर यातायात नियमों से जागरूक करने को लेकर सड़क पर बोर्ड लगा रहे समाज सेवी सचिन बतरा से मारपीट करने ट्रैफिक इंचार्ज बलविंदर ङ्क्षसह को मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया। सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें बलविंदर सिंह व्यक्ति को थप्पड़ मार रहा है। गौरतलब है कि पीडि़त बतरा ने मामले की शिकायत की पुलिस के सीनियर अफसरों को दी, जिसके बाद मौके पर तुंरत एसपी रूरल नवरीत ङ्क्षसह विर्क पहुंचे और मामले कार्रवाई करते ट्रैफिक इंचार्ज बलविंदर ङ्क्षसह को सस्पेंड कर जांच के आदेश दिए।
एसपी विर्क को दी शिकायत पर हुई कार्रवाई
पीडि़त सचिन बतरा ने एसपी नवरीत ङ्क्षसह विर्क को शिकायत दी है कि उन्होंने एडीजीपी पंजाब एएस राय से मुलाकत कर ट्रैफिक अवेयरनेस कैंपने के तहत पूरे पंजाब में रोड पर बैरीगेड्स लगाने की मुहिम शुरू की हुई है। इसकी शुरुआत मोहाली जिले से की गई। इसी कड़ी में गांव छत लाइट प्वाइंट पर बेरीगेड्स पर पुलिस के स्लोगन व रिफ्लेक्टर लगाए जा रहे थे। इस दौरान छत लाइट प्वाइंट पर बलविंदर सिंह टै्रफिक इंचार्ज व मुलाजिम आए और कहा कि बोर्ड किसकी इजाजत से लगा रहे हो। मैंने जवाब दिया कि एडीजीपी से पत्र के जरिए परमिशन ली है। बलविंदर ने उच्च अधिकारी से बात करवाने के लिए कहा। जिस पर उच्च अधिकारियों को काल की गई लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। ट्रैफिक इंचार्ज ने कहा यदि फ्लैक्स लगाने हंै तो 25 हजार रुपए महीना देने पड़ेंगे। जब रुपए देने से मना किया तो बलविंदर सिंह ने गाली-गलौच करनी शुरू कर दी। फिर मारपीट की। जब मेरे साथी ने घटना की वीडियो बनाई तो अन्य मुलाजिमों ने वीडियो बनाना बंद करवा दिया। जितनी वीडियो बनी थी उसमें बलविंदर सिंह उसके साथ मारपीट करता हुआ दिखाई दे रहा है। सचिन ने आरोप लगाया कि पुलिस उसके खिलाफ उल्टा कार्रवाई करने का दबाव बना रही है। बलविंदर के खिलाफ केस दर्ज करने की बजाए उल्टा उसे ही धमकाया जा रहा है। उन्होंने पुलिस के उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई कि ट्रैफिक पुलिस मुलाजिम खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।