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चंडीगढ़ दिनभर: चंडीगढ़ मेयर चुनाव का वीडियो देखने के बाद चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि अधिकारी मतपत्र को कैसे खराब कर सकता है? ऐसी हरकत के लिए तो उस पर मुकदमा चलना चाहिए.इस बयान के बाद पूरे देश में बवाल मचा हुआ है
आज NSUI संगठन ने चंडीगढ़ में विरोध प्रदर्शन किया, इस प्रदर्शन में पुलिस ने लाठियां बरसायी, कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, पुलिस ने वाटर कैनल का इस्तेमाल भी किया. मेयर चुनाव रद्द कराने की मांग को लेकर NSUI के नेता और कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यालय का घेराव करने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस के द्वारा बेरिकेड्स लगाए गए थे.
जब NSUI के नेता नहीं हट रहे थे, इस दौरान भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने एनएसयूआई नेताओं पर पानी की बौछार शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच काफी बहस देखने को मिली. चंडीगढ़ पुलिस द्वारा वाटर कैनन का इस्तेमाल करते हुए कार्यकर्ताओं को बीजेपी कार्यालय से पहले रोक दिया. इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया. लाठीचार्ज को लेकर जनता में भारी आक्रोश है. NSUI कार्यकर्ता लगातार चंडीगढ़ मेयर चुनाव रद्द करने को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं. इस मामले में आम आदमी पार्टी के नेता भी प्रदर्शन कर रहे हैं.
गौरतलब है कि 30 जनवरी को हुए चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार मनोज सोनकर ने जीत हासिल की थी. विपक्षी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर वोटों की गिनती के दौरान धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया. ऐसे में चुनाव रद्द कराने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी ने पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया. सुनवाई के दौरान एक ओर हाई कोर्ट ने जवाब देने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन को 3 हफ्ते का समय दिया है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव अधिकारी को फटकार लगाते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सोमवार, 12 फरवरी को एक बार फिर से सुनवाई होने वाली है.