
गलत साइड से ओवरटेक करने तथा शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर सख्ती होगी
चंडीगढ़ दिनभर
करनाल। गलत साइड से ओवरटेक करने तथा शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर सख्ती होगी। ऐसे लोगों के ज्यादा से ज्यादा चालान किए जाएंगे। शहर में करीब 7 हजार की संख्या पार कर चुकी सडक़ों पर बेतरतीब दौडकऱ दुर्घटनाओं को अंजाम देती ई-रिक्शा के भी रजिस्ट्रेशन और लाईसेंस न होने पर चालान किए जाएंगे। जिला सड़क सुरक्षा समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने पुलिस विभाग के डीएसपी वीर सिंह और आर.टी.ए. सचिव विजय देशवाल को यह निर्देश देते कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक सघन अभियान चलाया जाए।
एडीसी ने अधिकारियों से कहा कि अच्छा हो अधिकारी, अपने-अपने विभागों से सम्बंधित सडक़ों में दुर्घटनाओं का कारण बनने वाली खामियों का खुद ही संज्ञान लेकर उनका समाधान करें, ताकि ऐसी शिकायतें एजेंडा में न आएं, सडक़ सुरक्षा जैसा अहम विषय तभी सार्थक होगा। इस पर एडीसी ने नाराजगी दिखाते कहा कि यह एजेंडा में ही नहीं आना चाहिए था, वैसे भी आर.टी.एस. में प्रावधान है कि ऐसे होल को दो घण्टे के अंदर ढक्कन से कवर कर देना चाहिए, ताकि कोई दुर्घटना न हो। उन्होंने नगर निगम की कार्यकारी अभियंता को निर्देश दिए कि खुले मेन होल पर आज ही ढक्कन लगवाएं। सडक़ों पर गढ्ढे के बिन्दूओं में अधिकांश अधिकारियों ने वर्क डन की रिपोर्ट दी।
आई.डी.टी.आर. से सम्बंधित एक बिन्दू में जानकारी दी गई थी कि उक्त संस्थान की ओर से भिन्न-भिन्न केटेगरी के 125 वाहन चालकों को बीते मार्च में प्रशिक्षण दिया गया और 115 को सर्टिफिकेट जारी किए गए। रिपोर्ट में था कि 19 दिसंबर 2022 से 14 मार्च 2023 के बीच प्रशिक्षणार्थियों की कुल संख्या 514 और सर्टिफिकेट प्राप्त करने वालों की संख्या 324 है। इस बिन्दू पर चर्चा के दौरान गैर सरकारी सदस्य संदीप लाठर ने कहा कि जीएम रोडवेज के कार्यालय तथा आईडीटीआर में प्रशिक्षण के लिए जो फीस स्ट्रक्चर निर्धारित किए गए हैं, उनमें कुछ अंतर है। आईडीटीआर से आए एक प्रतिनिधि ने कहा कि सभी शुल्क सरकार की ओर से निर्धारित किए गए हैं, जो संस्थान में प्रशिक्षण, विशेषताओं, सुविधाओं और ज्यादा समय लगाकर ट्रेंड करने के लिए हैं। फिर भी अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि उपायुक्त महोदय से इस बारे डिस्कस करेंगे। इंटाग्रेटिड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस की प्रोजेक्ट मैनेजर स्वाति गुप्ता की रिपोर्ट भी शामिल थी, जिसमें वर्णन किया गया था कि वर्ष 2022 व 23 की तुलना में जिला में सडक़ दुर्घटनाओं में तो इजाफा हुआ है।
लेकिन जानलेवा दुर्घटनाओं में कमी आई है। दुर्घटनाओं का कारण उन्होंने हाई स्पीड, रोंग साईड से ओवर टेक और शराब पीकर गाड़ी चलाना बताया। अतिरिक्त उपायुक्त ने आरटीए सचिव को निर्देश दिए कि लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाए। जहां-जहां वलनरेबल पाँयट हैं, उन पर ज्यादा फोकस करें। आरटीए सचिव की ओर से पुलिस विभाग द्वारा बीते मार्च में किए गए चालान और उनसे रिकवर की गई राशि की जानकारी देते बताया गया कि इस अवधि में पुलिस द्वारा विभिन्न वायलेशन के 9 हजार 944 चालान किए और दोषी व्यक्तियों से 32 लाख 72 हजार 300 रूपये की जुर्माना राशि रिकवर की गई। उन्होंने बताया कि इस अवधि में आरटीए कार्यालय द्वारा भी ओवरलोडिड वाहनो के 672 चालान किए गए और उनके मालिकों से 1 करोड़ 50 लाख 16 हजार रूपये का जुर्माना वसूल किया गया।