
18 लाख रुपये से बना सबसे बड़ा रावण
पंचकूला : दशहरे के मौके पर इस बार पंचकूला में देश का सबसे बड़ा रावण का पुतला बनाया गया है. रावण के इस पुतले को बनाने में करीब 3 महीने से ज्यादा का समय लगा. रावण के पुतले की ऊंचाई 171 फीट है. इसे बनाने में कुल 18 लाख रुपए का खर्च आया है.
भारत में आज विजय दशमी का त्योहार मनाया जा रहा है. दशहरे के दिन जगह-जगह पर रावण और उसके बेटे मेघनाथ और भाई कुंभकरण के पुतले जलाये जाते हैं. यह परंपरा बुराई पर अच्छाई की जीत दर्शाने की लिए की जाती है. भारत के कई शहरों में रावण दहन को काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है जिसको इसे देखने के लिए विदेशों से भी लोग आते हैं.
दशहरे के मौके पर कुछ जगह प्रतियोगिताएं भी की जाती है जिनमे से एक सबसे बड़ा रावण का पुतला बनाने की प्रतियोगिता होती है. इस साल पंचकूला में देश का सबसे बड़ा रावण का पुतला बनाया गया है. रावण के इस पुतले की ऊंचाई 171 फीट है. यह पुतला अभी से देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. दशहरे के मौके इस पुतले को जलाया जाएगा. पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित शालीमार ग्राउंड में रावण दहन का कार्यक्रम होगा, जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. पंचकूला के श्री माता मनसा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट (दशहरा कमेटी) और श्री आदर्श रामलीला ड्रामाटिक क्लब की ओर से संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
गौरतलब है कि रावण के पुतले को तैयार करने में तकरीबन 18 लाख रुपए का खर्च आया है. पुतले को बनाने के लिए करीब 25 कारीगरों को कुल 3 महीने से ज्यादा का समय लगा. करीब 25 क्विंटल लोहा, 500 बांस के टुकड़े, 3000 मीटर लंबा मैट, 3500 मीटर कपड़ा इस पुतले को बनाने में लगा है. इसके अलावा सिर्फ रावण का चेहरा बनाने के लिए लगभग 1 क्विंटल फाइबर का इस्तेमाल किया गया है.
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए रावण के अंदर तमिलनाडु से मंगाए इको फ्रेंडली पटाखे लगाए गए हैं, इस भव्य रावण के पुतले का दहन भी रिमोट के जरिए किया जाएगा. रावण दहन से पहले कार्यक्रम में भजन-कीर्तन भी गाए जाएंगे. ऐसे में इस दशहरा समारोह में हजारों लोगों के पहुंचने की संभावना है.
आपको बता दें की रावण के पुतले को बराडा गांव से तेजिंदर सिंह राणा पिछले 35 सालों से बना रहे हैं. तेजिंदर राणा के नाम दुनिया का सबसे ऊंचा रावण (221 फुट) बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है जो की उन्होंने साल 2019 में चंडीगढ़ के धनास गांव में तैयार किया था।