
यूटी सचिवालय में सॉलिड वेस्ट प्लांट को लेकर प्रशासक ने निगम के पार्षदों के साथ की मीटिंग
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़। यूटी सचिवालय में सॉलिड वेस्ट प्लांट को लेकर चंडीगढ़ प्रशासक की ओर से निगम के सभी पार्षदों की बैठक बुलाई गई। मीटिंग में प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने प्लांट डड्डूमाजरा में ही प्लांट लगने की बात कही। प्रशासक ने कहा कि शहर में कोई और जगह नहीं है, जहां इस प्लांट को लगाया जा सके। गोवा में भी ऐसा प्लांट लगा हुआ है। वहां जाकर भी प्लांट को पार्षद देख सकते हैं कि वो कैसे काम कर रहा है। डंपिंग ग्राउंड की तो यह चंडीगढ़ की सबसे बड़ी समस्या है, कचरे को प्रोसेस करना जरूरी है, ताकि चंडीगढ़ स्वच्छ रहे।
प्रशासक ने कहा कि गोवा में लोगों को कोई प्रॉब्लम नहीं है। मैंने सभी पार्षदों को समझाया है कि वहां जाकर देखें और पार्षदों से वादा किया है कि चंडीगढ़ में प्लांट का काम शुरू हो जाएगा तो मैं खुद हर 3 महीने में वहां जाऊंगा और खुद चेक करुंगा। प्री बिड में टेक्निकल पॉइंट पर चर्चा के लिए पार्षदों को कहा है। इस मामले पर पारदर्शिता रखी जाएगी। अब इस प्लांट को लगाने में देरी नहीं कर सकते। मीटिंग के बाद प्रशासक ने प्रेसवार्ता कर कहा कि 6 जून को निगम सदन बैठक में डंपिंग ग्राउंड मे प्रोसेसिंग प्लांट का एजेंडा आया था, तो बहस होनी चाहिए थी।

लेकिन अपशब्द नहीं बोलने चाहिए थे। इस तरह का व्यवहार हाउस में नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब मैं निगम में गया था तो सभी पार्षद डंपिंग ग्राउंड में बन चुके कूड़े के पहाड़ की समस्या के समाधान की बात कर रहे हैं। अब वहीं पार्षद विरोध कर रहे हैं। प्रशासक ने कहा कि नागपुर में नेशनल एन्वायर्नमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (निरी) का प्रोजेक्ट है। बता दें कि नागपुर में ‘निरी’ की बड़ी उपलब्धियां हैं। गंगा नदी को साफ करने का काम निरी कर रही है। प्राइवेट कंसलटेंट की जगह निरी को हायर करना चाहिए। साथ ही प्लांट लगाने के लिए सेक्टर-38 के अलावा और कहीं जगह नहीं है। लोगों को तकलीफ होगी, लेकिन जब प्लांट लग जाएगा, उससे काफी फर्क पड़ेगा।