
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज में नॉर्थ वेस्ट इंडियन सोशियोलॉजिकल एसोसिएशन (एनडब्ल्यूआईएसए) के 22 वें राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। चंडीगढ़ प्रशासन के डॉयरेक्टर हायर एजुकेशन (डीएचई) अमनदीप भट्टी इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। उन्होंने अपने संबोधन में प्रतिष्ठित सम्मेलन की मेजबानी के लिए कॉलेज को बधाई दी। भट्टी ने 1996 में एनडब्ल्यूआईएसए की स्थापना के बारे में बात की और उत्तर भारत में मौजूदा और उभरते सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित प्रतिभागियों को भारत की समाजशास्त्र विषय की यात्रा के बारे में भी शिक्षित किया।
उन्होंने बताया कि कैसे यह सम्मेलन छात्रों के लिए इस क्षेत्र में एक अधिक उदार संवाद का मार्ग प्रशस्त करने में मदद करेगा। प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि ह्यूमैनिटीज में सबसे अधिक स्टूडेंट्स हैं और सबसे अधिक चुना गया विषय समाजशास्त्र है। समाजशास्त्र विभाग की एचओडी और 22 वें राष्ट्रीय एनडब्ल्यूआईएसए सम्मेलन की आयोजन सचिव- डॉ. मोना अरोड़ा को हाल ही में विभाग को पोस्ट ग्रेजुएट के रूप में एलीवेट करने पर बधाई दी। उन्होंने छात्रों को इस सम्मेलन का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी और इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे समाजशास्त्र के अध्ययन के बिना ह्यूमैनिटीज का शिक्षण अधूरा है।
इसके बाद आयोजित सम्मान समारोह के दौरान प्रिंसिपल, आयोजन सचिव और रजिस्ट्रार डॉ. मधु शर्मा ने सम्मानित अतिथियों का आभार व्यक्त कर उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए। प्रोफेसर परमजीत सिंह जज, प्रोफेसर आभा चौहान, प्रोफेसर मनीष वर्मा और क्षेत्र के कई प्रसिद्ध समाजशास्त्रियों ने यूरोप से समाजशास्त्र के उद्भव सहित समाजशास्त्र के विभिन्न पहलुओं के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी।