
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़। गृहमंत्री अनिल विज ने ऑस्ट्रेलिया के उद्योगपतियों को हरियाणा में पूंजी निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में उद्योग स्थापित करने के लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग किया जाएगा। हरियाणा में कानून व्यवस्था और मैनपावर से संबंधी कोई दिक्कत नहीं हैं। हरियाणा निवेश के लिहाज से एक बेहतर गंतत्व स्थान है, क्योंकि यह देश की राजधानी दिल्ली के तीन ओर से घिरा हुआ है। विज ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एसोसिएशन ऑफ हरियाणावी इन आस्ट्रेलिया के पदाधिकारियों और विभिन्न औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। वर्तमान हरियाणा सरकार नई तकनीक पर बल दे रही हैं। इसमें एनर्जी सेविंग इकाइयां और पर्यावरण सरंक्षित इकाइयों को महत्व दिया जा रहा है।
ऐसी इकाइयों को स्थापित करने के लिए विभिन्न प्रकार की छूट भी दी जा रही हैं। राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए सरकार द्वारा हरियाणा उद्यम एवं रोजगार नीति-2020 तैयार की गई है। इसके तहत 100 प्रतिशत तक शुद्ध एसजीएसटी प्रतिपूर्ति रिफंड सहित राजकोषीय प्रोत्साहन, 6 प्रतिशत तक ब्याज सब्सिडी, 100 प्रतिशत तक स्टांप शुल्क वापसी, विद्युत शुल्क में 100 प्रतिशत तक की छूट इत्यादि शामिल है। उन्होंने कहा कि पहले यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि मारूति अपना तीसरा प्लांट हरियाणा से बाहर स्थापित करने जा रही है। परंतु अब मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड 20,000 करोड़ रुपए के निवेश के साथ अपना तीसरा प्लांट हरियाणा के खरखौदा में लगा रही हैै। कंपनी खरखौदा में 2 पहिया और 4 पहिया वाहनों का निर्माण करेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य ने सिंगल रूफ मैकेनिज्म, हरियाणा एंटरप्राइजेज प्रमोशन सेंटर (एचईपीसी) की स्थापना की है। लगभग 90 प्रतिशत औद्योगिक सेवाओं को निर्धारित समय के भीतर मंजूरी दी जाती है। हरियाणा राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) ने राज्य में विभिन्न रणनीतिक स्थानों पर 36 औद्योगिक मॉडल टाउनशिप और औद्योगिक एस्टेट स्थापित किए हैं, जो निवेश आकर्षित करने के केंद्र हैं। इस पहल का उद्देश्य टिकाऊ रोजगार और उद्यमशीलता के अवसरों पर जोर देने के लिए क्लस्टर दृष्टिकोण का लाभ उठाकर ब्लॉक स्तर पर सूक्ष्म और लघु उद्यमों को सक्षम बनाने के लिए आत्मनिर्भर भारत केंद्रित डिजाइन और विकासात्मक हस्तक्षेपों को लागू करना है।