
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़। सेक्टर 1 स्थित पंजाब सिविल सचिवालय के पीछे पंजाब आ र्ड पुलिस की 82 बटालियन की जीओ मैस के गेट के पास रखी 3 फीट लंबी और करीब 300 किलो भारी पीतल की हैरिटेज तोप को चोरी हुए 17 दिन बीत चुके हैं मगर अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। 82 बटालियन के अफसर व डयूटी पर तैनात गार्द सभी से चंडीगढ़ पुलिस पूछताछ करेगी। मामले में एसपी सिटी मृदुल भी नजर बनाए हुए है। तोप पहले पंजाब आ र्ड पुलिस के बहादुरगढ़ (पटियाला) में रखा हुआ था। जिस जगह से तोप चोरी हुई है वहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए थे। जिस कारण पुलिस को जांच करने में दिक्कत भी आ रही है। पुलिस उन सभी रास्तों पर लगे कैमरों की जांच करने में जुट गई है जो 82 बटालियन से जाते है। क्योंकि किसी ना किसी कैमरे में आरोपियों की गाड़ी कैद तो जरूर हुई होगी इसके अलावा डंपा डाटा भी पुलिस ने 5/6 मई की नाईट का उठा लिया है कि तोप चोरी के समय उस जगह पर कितने मोबाइन फोन एक्टिव थे और एक्टिव मोबाइल पर किसने किससे बात की और अगर किसी ने मैसेज के जरिये बात की है तो उसे भी खंगाला जा रहा है।
82 बटालियन की जीओ मेस में गेट के पास से तोप 5/6 मई नाइट को चोरी हुई थी। चंडीगढ़ पुलिस को 12 दिन बाद पीपीएस अफसर कमांडेंट बलविंदर सिंह द्वारा थाना-3 को चोरी की शिकायत दी गई। फिर पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की, शिकायत इतनी लेट क्यों दी गई जब इसे लेकर चंडीगढ़ पुलिस से बात की तो उनका कहना है कि पहले 82 बटालियन अपने स्तर पर जांच कर रही थी। 82 बटालियन की जीओ मैस में गेट के पास से तोप चोरी होना बड़े सवाल खड़े करता है, क्योंकि वहां पर हर समय गार्द तैनात रहती है। उसके बाद तोप कैसे चोरी हो गई? वहीं इसे लेकर चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने कहा कि इस समय पुलिस की नजर में सभी शक के दायरे में है।