आईएसबीटी-43 के बाहर सिर्फ 2 लोगों को है रेहड़ी-फड़ी लगाने की परमिशन
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ सेक्टर-43 स्थित बस स्टैंड के बाहर अवैध तौर पर सैकड़ों रेहड़ी फड़ी लग रही है। आरोप है कि ऐसा नगर निगम कर्मचारियों की मिलीभगत से हो रहा है। आरटीआई के अनुसार सेक्टर 43 बस स्टैंड के बाहर बनी ग्रीन बेल्ट पर सिर्फ 2 चाय की दुकान लगाने वाले वकील यादव और शिव कुमार के वेंडर लाईसेंस बने हुए हैं लेकिन वर्तमान में सैकड़ों रेहडी-फड़ी वाले यहां अवैध कब्जा किए हुए हैं। सेक्टर 43 में स्थित बस स्टैंड के सामने बनी ग्रीन बेल्ट में अवैध रूप में रेहड़ी-फड़ी का कारोबार खूब फल फूल रहा है। अवैध रूप से सेक्टर 43 में 100 से ज्यादा रेहड़ी-फड़ी वाले लोगों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं। हैरानी है कि बात है कि शहर में अवैध रेहड़ी-फड़ी न लगे, इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन काफी सख्ती किए हुए है। इसके बावजूद बस स्टैंड के सामने सैकड़ों अवैध रेहड़ी फड़ी लगना नगर निगम की कार्याप्रणाली पर सवाल उठाता है।
निगम कमिश्नर से मिलकर जताया विरोध
बस स्टैंड के चारों तरफ बिना लाइसेंस के बैठे रेहड़ी-फड़ी वालों को हटाए जाने की मांग को लेकर व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल नगर निगम कमिश्नर से मिला। व्यापारी एकता मंच के प्रधान सुशील जैन ने बताया कि आरटीआई के तहत मिली जानकारी के अनुसार सिर्फ 3 या 4 लोगों को ही बस स्टैंड के आसपास चाय की दुकान लगाने की परमिशन मिली हुई है लेकिन यहां सैकड़ों लोग अवैध रेहड़ी फड़ी लगा रहे हैं। नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ता भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं करता। बस स्टैंड के अंदर चल रही दुकानों का टेंडर हर माह लाखो रूपए किराए देने का हुआ है। ऐसे में उन को टेंडर का किराया निकालना मुश्किल होता है। दुकानदार अनूप का कहना है कि वह अपनी दुकान का किराया एवं अन्य खर्चा निकालने मेें असमर्थ है क्योकि अधिकतर ग्राहकों को बस स्टेंड में एंट्री करग्रे से पहले ही सभी खाने की वस्तुए प्राप्त हो जाती है। निगम कमिश्नर को शिकायत दे दी है और उम्मीद है कि आने वाले दिनो में इन अवैध रेहड़ी फड़ी को हटा दिया जाएगा।