पंजाब स्टेट ह्यूमन राइट कमीशन

चंडीगढ़ दिनभर
पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी रोहित चौधरी और चंडीगढ़ की मॉडल जेल बुड़ैल के डीएसपी प्रवीण कुमार में हुई मारपीट के मामले में अब पूर्व डीजीपी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। कारण है पंजाब स्टेट ह्ययूमन राइट कमीशन की मैंबर जस्टिस निर्मलजीत कौर द्वारा इस केस में संज्ञान लेना। उन्होंने एसएसपी मोहाली से नोटिस देकर पूछा है कि जब डीएसपी प्रवीण कुमार के साथ पूर्व डीजीपी पंजाब रोहित चौधरी ने मारपीट की। कई बार शिकायत देने के बावजूद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए अब अगली डेट तक हर हाल में इस शिकायत पर कार्रवाई कर एक्शन टेकन रिपोर्ट दी जाए। अगली तारीख 26 जून बताई जा रही है।मामलाडीएसपी प्रवीण चौधरी द्वारा शिकायत दी गई थी कि उन्होंने पंजाब के पूर्व डीजीपी रोहित चौधरी के बेटे ईशान से एक कनाल का प्लॉट एक करोड़ 55 लाख में वर्ष 2020 में खरीदा था। इसकी एवज में पूरी राशि बैंक की मार्फत दी गई थी।
इसके बाद प्लाट उनके नाम ट्रांसफर किया गया और हाउसिंग सोसायटी ने उन्हें मैंबरशिप सर्टीफिकेट भी जारी किया था। प्लॉट की खरीद के सारे दस्तावेज भी प्रवीण चौधरी के पास मौजूद है। प्रवीण ने मोहाली के एसएसपी को दी गई शिकायत में कहा था कि 3 फरवरी को वहां कुछ लोगों के साथ प्लॉट में चारदीवारी करने गए थे। इस दौरान पूर्व डीजीपी कुछ पुलिसवालों को लेकर वहां पर पहुंच गए और धमकाने लगे कि उसे जेल में पहुंचा देगा। शिकायत में प्रवीण ने आरोप लगाया था कि पूर्व डीजीपी प्लाट बेचने के बावजूद रेट बढ़ जाने के बाद अब और पैसे मांग रहे हैं, और प्लॉट पर कब्जा नहीं करने दे रहे।
शिकायत में एसएसपी को निष्पक्ष जांच करने के लिए कहा गया था। जांच में दोषी पाए जाने वाले शख्स के खिलाफ कानूनी कारवाई करने के लिए कहा था। वहीं रोहित ने खुद पर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया था और कहा कि उसने किसी को कोई धमकी नहीं दी है। उल्टा प्रवीण ने जेल स्टाफ की मदद से उसके प्लाट पर कब्जा कर लिया।।

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