
अमृतपाल के समर्थन में 353 गिरफ्तार लोगों में 197 छोड़े
चंडीगढ़ दिनभर। खालिस्तानी समर्थक व वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस और एनआईए की टीमें उसे खोजने के लिए तमाम जगह छापेमारी कर रही हैं. मामले में पंजाब पुलिस ने बताया कि अब तक 353 लोगों को गिरफ़्तार किया गया था, जिनमें से 197 को छोड़ दिया गया है। 40 बड़े अपराधियों को गिरफ़्तार किया है। सात को एनएसए के तहत डिटेन किया गया है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने अमृतपाल के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में दिशा निर्देश जारी किए। उन्होंने जिलों के एसएसपी को निर्देश देते कहा कि किसी को भी मामले से जोड़कर को बेवजह परेशान न किया जाए।
पंजाब पुलिस उन लोगों को रिहा कर रही है जिन पर अमृतपाल सिंह से जुड़े होने के मामूली से संकेत मिले थे. पंजाब सरकार के निर्देश पर पुलिस ने इस मामले में लोगों को बेवजह न फंसाने को लेकर निर्देश जारी किए हैं। वहीं, अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भगोड़े अमृतपाल को एक स्पेशल मैसेज दिया है. उन्होंने ‘वारिस पंजाब दे के चीफ को पुलिस के सामने सरेंडर करने और जांच में सहयोग करने की सलाह दी है. अकाल तख्त के जत्थेदार ने पुलिस पर भी सवाल उठाया और पूछा है कि अभी तक अमृतपाल को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाए?
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि ‘अगर अमृतपाल सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, तो पुलिस को इस बात का खुलासा कर देना चाहिए. वहीं जत्थेदार ने पंजाब की स्थिति पर चर्चा करने के लिए 60 से 70 सिख संगठनों, मदरसों और निहंग संगठनों की एक विशेष सभा भी बुलाई है. बताया जा रहा है कि किसी भी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि को इसमें आमंत्रित नहीं किया गया है।
9वें दिन भी पुलिस के हाथ खाली
भगोड़े अमृतपाल की तलाश रविवार को नौवें दिन भी पुलिस को कोई खास कामयाबी नहीं मिली, लेकिन अलगाववादी के फरार होने में मदद करने वाले आरोपितों से पूछताछ जारी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि अमृतपाल जम्मू भागना चाहता था और इसके लिए उसने जम्मू में रह रहे पपलप्रीत के जीजा अमरीक सिंह को करीब 20 बार व्हाट्सएप काल की थी। हालांकि, अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। अमृतपाल को शाहाबाद जाने के लिए स्कूटी देने वाली पटियाला की बलबीर कौर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अमृतपाल के गनमैन तजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा को पनाह देने वाले एक व्यक्ति को खन्ना से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जम्मू के अमरीक से पूछताछ में पता चला है कि पपलप्रीत और अमृतपाल ने उसे व्हाट्सएप कॉल की थी। अमरीक और उसकी पत्नी सर्बजीत कौर को शनिवार को जम्मू पुलिस ने हिरासत में लेकर पंजाब पुलिस को सौंपा था। गोरखा बाबा के मोबाइल फोन से मिले व्हाट्सएप ग्रुपों के नंबरों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। अमृतसर में अमृतपाल के गिरफ्तार साथी सुखप्रीत सिंह सुक्खा से भी पूछताछ जारी है।