
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से शहर को स्वच्छता में नंबर 1 पर लाने के लिए अथक प्रयास जारी हैं। सिटी ब्यूटीफुल के गांवों में आज भी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। पानी, सीवरेज, सड़क आदि समस्या से स्थानीय लोगों को जूझना पड़ रहा है। प्रशासन और निगम के स्वच्छता को लेकर बड़े-बड़े दावे की पोल खुलती नजर आ रही है। वार्ड नंबर 4 स्थित शास्त्री नगर की गलियों की हालत देखकर यह लगता ही नहीं कि यह गांव भी किसी स्मार्ट सिटी का हिस्सा है। यहां पिछले 5-6 दिनों से सीवरेज लीक है जिससे गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। गंदे पानी की बदबू ने स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। इस संबंधी पार्षद और एमसी के कई अधिकारियों को भी अवगत कराया लेकिन समस्या जस के तस है।
वीरवार को करीब 6 दिन बाद सीवरेज को साफ किया गया। समाजसेवक रामेश्वर गिरी ने कहा कि शास्त्री नगर में रहने वाले लोगों को नारकीय जीवन जीने को मजबूर होना पड़ रहा है। शास्त्री नगर के साथ प्रशासन और निगम सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। यहां न तो लोगों को स्वच्छ पीने का पानी मिलता है और न गन्दे पानी की निकासी का प्रबंध है। बता दें कि शास्त्री नगर की 15000 की आबादी है। वहीं, एरिया पार्षद सुमन शर्मा ने कहा कि मुझे सीवरेज समस्या को लेकर स्थानीय निवासियों की काफी शिकायतें आई। मैं रोजाना जेई और एसडीओ से संपर्क कर इस समस्या को जल्द से जल्द ख़त्म करने को कहा। इतने दिन समस्या का हल न होने का कारण यह कि सेक्शन ट्रैक्टर सीवर का टेंडर अवधि खत्म होने के कारण यह समस्या हल नहीं हो पाई।
रही बात मुलभूत सुविधाओं की तो मैं अपने वार्ड के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रही हूं। यहां उक्त सुविधाएं दिलाने के लिए प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित, सलाहकार धर्मपाल, निगम कमिश्नर आनंदिता मित्रा एवं सांसद खेर को भी अवगत कराया लेकिन उनकी ओर से सिर्फ आश्वासन ही मिला।