
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ । मिर्चियाज़ लेजऱ क्लिनिक, डॉ. अग्रवाल आई हॉस्पिटल की एक युनिट, चंडीगढ़ के सेक्टर 22 में एक अग्रणी विशेषज्ञ और अत्याधुनिक सुविधा है। इसने अल्ट्रा-वाइड फील्ड और अल्ट्रा हाई डेफिनिशन, मल्टीमॉडल इमेजिंग सुविधा पेश की है। हॉस्पिटल ने जर्मनी से हाई परफॉर्मेंस ‘ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी एंजियोग्राफी (ओसीटीए) सिस्टम के साथ आईकेयर एक्सीलेंस में एक नए चैप्टर की शुरूआत भी की है।
इन नई सुविधाओं से लैस ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर रेटिना का उद्घाटन डॉ.सुमन सिंह, डायरेक्टर, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, और मिशन डायरेक्टर, नेशनल हेल्थ मिशन, यूटी चंडीगढ़ द्वारा किया गया। डॉ. सुमन सिंह ने कहा कि अब ट्राईसिटी और इस पूरे रीजन के नेत्र रोगियों को एक ही जगह पर रेटिनल इमेजिंग की बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध होंगी। डॉ.राजीव मिर्चिया, डायरेक्टर, मिर्चियाज़ लेजऱ आई क्लिनिक, डॉ. अग्रवाल आई हॉस्पिटल की एक युनिट ने बताया कि ”अल्ट्रा-वाइड फील्ड और अल्ट्रा हाई डेफिनिशन, मल्टीमॉडल इमेजिंग सुविधा एक एडवांस्ड इमेजिंग तकनीक है जो रेटिनल बीमारियों और असामान्यताओं का प्रभावी पता लगाने के लिए रेटिना और कोरॉयडल ब्लड वेसल्स की हाई-रिजॉल्यूशन 3-डी एंजियोग्राम बनाती है।
यह डॉक्टर को फोविया से रेटिनल पैथोलॉजी का मूल्यांकन करने में सक्षम बनाता है जो कि रेटिना के सेंटर में एक छोटा से छेद के आकार का होता है। डॉ.मिर्चिया ने अपने डॉक्टरों की टीम रेटिना स्पेशलिस्ट्स, डॉ.प्रवीण सेन, डॉ.शिल्पा गोयल और डॉ.साहिल जैन के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए आगे कहा कि ”यह अत्याधुनिक ”स्कैनिंग लेजऱ ओफ्थाल्मोस्कोपी आधारित मल्टीमॉडल इमेजिंग प्लेटफॉर्म एक ही शॉट में रेटिना की 163-डिग्री अल्ट्रा-वाइड फील्ड इमेज प्रदान करता है। ये इमेजिंग अल्ट्रा-वाइड फील्ड फ्लोरेसिन और इंडोसायनिन ग्रीन एंजियोग्राफी के साथ मिलती है। यह अद्वितीय स्पष्टता के साथ रेटिना स्ट्रक्चर वेस्कुलचर का एक बढ़ा हुआ व्यू प्रदान करता है। यह सभी मधुमेह रोगियों की रेटिना की जांच करने और प्रारंभिक अवस्था में डायबटीज (मधुमेह) संबंधी रेटिनोपैथी का पता लगाने का एक अच्छा साधन है। यह बेहतर उपचार की अनुमति देता है और डायबटीज के कारण होने वाले अपरिवर्तनीय (इरिवर्सिबल) ब्लाइंडनेस को रोकता है।