
सम्मेलन के पहले दिन शास्त्रीय गायक प्रसाद खापरदे देंगे प्रस्तुति
चंडीगढ़ दिनभर
प्राचीन कला केंद्र की ओर से मंगलवार को सेक्टर-27 स्थित प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता की गई। केंद्र के वार्षिक महोत्सव 52वें अखिल भारतीय भास्कर राव नृत्य एवं संगीत सम्मलेन का शानदार आगाज से संबंधी जानकारी दी गई। सम्मेलन 17 मार्च से टैगोर शुरू होने जा रहा है।
तीन दिवसीय सम्मलेन में देश भर से जाने माने कलाकार अपनी प्रस्तुति पेश की। सम्मलेन और केंद्र के भावी योजनाओं के बारे में भी चर्चा की गई। प्रेसवार्ता को केंद्र की रजिस्ट्रार एवं वरिष्ठ कत्थक गुरु शोभा कौसर, सचिव सजल कौसर ने संबोधित किया।
प्राचीन कला केन्द्र की पिछले 51वर्षो से निरंतर चली आ रही संगीत एवं नृत्य से परिपूर्ण सम्मेलन को आयोजित करने की परम्परा इस वर्ष 52वें वर्ष में प्रवेश कर गई। इस संगीतिक जमावड़े में देश के लगभग सभी कलाकारों ने अपनी मंच प्रस्तुतियों से इस सम्मेलन की शोभा बढ़ाई है।
प्राचीन कला केन्द्र द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में इस वर्ष भी सधे हुए कलाकारों का जमावड़ा है और हरेक कलाकार का अपना एक विशेष महत्व है। इस बार चंडीगढ़ के कला प्रेमियों को अपनी कला के जादू जगाने प्रसाद परदे (गायन) गीता महालिक (ओडिशी नृत्य), उस्ताद शाहिद परवेज़ खान (सितार), रुक्मिणी विजयकुमार (भरतनाट्यम), पंडित सतीश व्यास (संतूर), चेतन जोशी (बांसुरी), पंडिता अनुराधा पाल (तबला ) एवं कुमार शर्मा (कत्थक नृत्य ) जैसे प्रतिभावान एवं सधे हुए कलाकार अपनी चुनिंदा प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। केन्द्र की पुरानी परंपरा के अनुसार केन्द्र कला जगत की दो महान हस्तियों को भी सम्मानित करने जा रहा है। इनमें पंजाब क्षेत्र के जाने माने सितार वादक एवं गुरु सुरिंदर कुमार दत्ता को पीकेके लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और वरिष्ठ पत्रकार शायदा को पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए पीकेके अवॉर्ड ऑफ़ एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। सम्मेलन के पहले दिन नासिक से आये जाने माने शास्त्रीय गायक प्रसाद खापरदे और ओडिशी नृत्यांगना गीता महालिक अपने समूह के साथ खूबसूरत नृत्य प्रस्तुतियां पेश करेंगे।