जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में चल रहे आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ का अंत हो गया है, जिसमें तीन सुरक्षाबलों ने अपने भाइयों की शहादत का बदला लिया है।
इस ऑपरेशन को 12 सितंबर को शुरू किया गया था, जिसमें सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोंचक, और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए थे। इसके बाद, आतंकी वहां से भाग गए थे, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर उजैर खान भी शामिल थे।
सुरक्षाबलों ने ड्रोन और रॉकेट लॉन्चर से बम अटैक किया, फिर आतंकी ने जला दिया अपना शव
सुरक्षाबलों ने कोकरनाग के पीर पंजाल की पहाड़ियों में छिपे हुए आतंकीओं पर ड्रोन और रॉकेट लॉन्चर से बम अटैक किया, जिसके बाद आतंकीओं ने फायरिंग बंद कर दी और उनके अगले दिन एक आतंकी का जला हुआ शव बरामद किया गया। हालांकि कुछ ही घंटों बाद फायरिंग फिर शुरू हो गई और फिर पहाड़ियों और गुफाओं में छिपे हुए तीनों आतंकीओं को ढेर कर दिया गया।
इस मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर उजैर खान का भी शव बरामद किया गया है, जो पीर पंजाल की पहाड़ियों में छिपे थे।
आतंकियों के लिए यह इलाका सुरक्षित हो सकता है
इस घड़ी मुठभेड़ की जगह, पीर पंजाल की पहाड़ियों में आतंकी अक्सर छिपकर रहते हैं और वहां के अत्यधिक ऊँचाई के स्थानों का इस्तेमाल करके सुरक्षाबलों के खिलाफ हमला कर सकते हैं। इसलिए इस इलाके में आतंकियों की खोज में सुरक्षाबलों को बड़ी मुश्किलें आई।
अन्य क्षेत्रों में भी सुरक्षाबलों की कार्रवाई
इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के बारामूला में भी सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में तीन आतंकीओं को ढेर कर दिया था, जो उरी सेक्टर में लाइन ऑफ कंट्रोल के पास घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद राजौरी में एक और आतंकी को मार दिया गया था, जिसमें सेना के एक जवान और फीमेल लेब्रोडोर डॉग केंट की मौत भी हो गई।