
मोहाली के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर में आरपीजी अटैक करने वाले मोस्ट वांटेड दीपक को प्रोडक्शन वारंट पर लाई चंडीगढ़ पुलिस
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ शहर में अलग-अलग जगहों पर तीन संगीन हत्याएं करने वाला आरोपी दीपक रंगा अब चंडीगढ़ पुलिस की हिरासत में है। उसे पंजाब पुलिस से उधार पर लेकर क्राइम ब्रांच की टीम आई है। यानि दीपक रंगा को चंडीगढ़ पुलिस पंजाब पुलिस से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। मोहाली के इंटेलीजेंस हेडक्वार्टर पर आरपीजी से अटैक करने वाला झज्जर के सुरखपुर का रहने वाला दीपक रंगा वर्ष 2019 से चंडीगढ़ पुलिस को वांटेड था और हाल ही में एनआईए ने दीपक रंगा को नेपाल बार्डर के पास से अरेस्ट किया था। दीपक ने चंडीगढ़ में एक नहीं बल्कि कत्ल की तीन संगीन वारदातों को अंजाम दिया था और सभी में उसी ने गोलियां बरसाई थी। एक में तो दोनों हाथों में गन लेकर। दीपक रंगा ने ही 28 सितंबर को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर सेक्टर-45 के गांव बुडै़ल में घुसकर बाउंसर सोनू शाह की उसी के ऑफिस में गोलियां मारकर हत्या की थी।
इसके बाद दीपक रंगा ने ही दिसंबर 2019 में सेक्टर 15 के चीप हाउस में रह रहे बीएससी के स्टूडेंट विनीत कुमार और अजय शर्मा की गोलियां मारकर हत्या की थी। बताया गया कि इस दौरान दीपक के दोनों हाथों में पिस्टल थी और उसी ने गोलियां चलाई, जिसमें दोनों स्टूडेंट की मौत हो गई। हालांकि दीपक न इन्हें जानता था और न ही इन्हें मारना था। वह तो स्टूडेंंट्स की लड़ाई में पड़कर आशू नैन नाम के स्टूडेंट को मारने आया था। जबकि वह न मिला,तो उसने इन दोनों की हत्या कर दी थी। केस में दीपक के साथी अंकित नरवाल, विक्की कालिया और अमित उर्फ मीतू को चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जबकि पिछले साल ही वह जमानत पर रिहा हुए हैं। हालांकि केस में अधिकांश गवाह अपनी गवाही मुकर चुके हैंं।
सेक्टर-9 मार्केट के ठेके पर गोलियां बरसाने का भी शक
पुलिस को शक है कि वर्ष 2020 में सेक्टर 9 की पॉश मार्केट के ठेके पर जो लारेंस के इशारे पर गोलियां चली थी। उसमें भी दीपक का हाथ हो सकता है। चूंकि दीपक को हमेशा दोनों हाथों में पिस्टल लेकर गोलियां चलाने का शौंक है और इस केस में जो सीसीटीवी फुटेज पुलिस को हासिल हुई थी। उसमें भी एक युवक दोनों हाथों में पिस्टल लेकर गोलियां चलाता हुआ दिख रहा है।