
हरियाणा में बिना सत्र सवाल पूछने की व्यवस्था से कनेडियन विधायक हुए गदगद
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ । हरियाणा के विधायकों को मिले बिना सत्र सवाल पूछने के अधिकार से कनेडियन विधायक गदगद नजर आए। वहीं, कनाडा में शैडो कैबिनेट की व्यवस्था हरियाणा के विधायकों को प्रभावित करती नजर आई। हरियाणा निवास में विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित कनेडियन प्रांत सस्केचेवान और हरियाणा विधान सभा की विशेष कॉन्फ्रेंस में ऐसी अनेक व्यवस्थाएं चर्चा का केंद्र रही। यह कॉन्फ्रेंस हरियाणा विधान सभा और सस्केचेवान विधान सभा ने एक-दूसरे के साथ विधायी अनुभवों, लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित विरासत और संसदीय कार्यप्रणाली की जानकारी को सांझा करने के लिए की। कॉन्फ्रेंस के बाद सस्केचेवान के शिष्टमंडल ने हरियाणा विधान भवन समेत कैपिटल कॉम्पलैक्स का दौरा किया। सस्केचेवान विधान सभा के अध्यक्ष रैंडी वीक्स ने बताया कि उनके यहां विधान सभा में सत्र के दिनों की अवधि स्थायी रूप से निर्धारित है।
वहां हर साल मुख्य सत्र 25 दिन का रहता है, जो अक्तूबर माह के चौथे बुधवार से शुरू होता है। बुधवार का दिन उसी शर्त पर टाला जाता है अगर इस दिन चुनाव आयोग ने आम चुनाव निर्धारित कर दिए हो। ऐसी स्थिति में सत्र वीरवार से शुरू होता है। बजट सत्र 40 बैठकों का होता है। इस प्रकार साल में कुल 65 दिन सदन की कार्यवाही चलती है। वहां सप्ताह में 4 दिन सत्र की बैठकें होती हैं तथा प्रत्येक दिन 3 घंटे ही कार्यवाही के लिए निर्धारित है। हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, उपाध्यक्ष रणवीर गंगवा और प्रदेश के विधायकों ने हरियाणा की संसदीय परंपराओं और नियमों को कनेडियन शिष्टमंडल के साथ सांझा किया। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने हरियाणा में स्थापित ई-विधान सभा, नेवा सेवा केंद्र, सत्र की बैठकों की बढ़ी समयावधि, ड्रा प्रणाली, शून्यकाल, 3 सवाल पूछने की व्यवस्था, सरकार की ओर से 5 दिन पूर्व विधेयक का मसौदा भेजने, कार्यवाही का सीधा प्रसारण, हिन्दी में कामकाज तथा विधायकों के सम्मान के लिए किए गए प्रावधानों पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने लोकतंत्र की मजबूती के लिए आपसी सौहार्द से मिलजुल कर कार्य करने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि कार्यपालिका को उत्तरदायी बनाना विधानपालिका की जिम्मेदारी है। इसके लिए विधानमंडलों का प्रभावी होना आवश्यक है। हरियाणा विधान सभा उपाध्यक्ष रणवीर गंगवा ने सस्केचेवान विधान सभा के प्रश्नकाल और दिनों की अवधि के बारे में सवाल
विधायक घनश्याम दास अरोड़ा हरियाणा के पंचायती राज व्यवस्था और शहरी निकाय विभाग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस संबंध में सस्केचेवान में जनप्रतिनिधियों की स्थिति और पंचायत व शहरी निकाय विभागों में महिलाओं की स्थिति पर भी सवाल पूछे। नयनपाल रावत ने जनप्रतिनिधियों के अधिकार और कर्तव्यों पर सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान ने जनप्रतिनिधियों को अनेक प्रकार के अधिकार दिए हैं, इसलिए उन्हें जनसेवा को अपना कर्तव्य समझ कर कार्य करना चाहिए।