
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़ । इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) और मेहर चंद महाजन डीएवी महिला महाविद्यालय, चंडीगढ़ के स्टार्ट-अप सेल ने प्रॉब्लम-सॉल्यूशन फिट और प्रोडक्ट-मार्केट फिट विषय पर इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया। इस सत्र में डेल टेक्नोलॉजीज़, गुरुग्राम से डिस्प्ले, क्लाइंट पेरिफेरल एंड लार्ज फॉर्मेट रिटेल के नेशनल हेड सपनदीप कपूर बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए।
कपूर ने स्टार्ट-अप को परिभाषित करते हुए शुरुआत की और एक सफल व्यवसाय के मूल सिद्धांतों के बारे में विस्तार से बताया । भारत को विश्व का भावी स्टार्ट-अप हब बताते हुए, उन्होंने स्टार्ट-अप की दो पूर्वापेक्षाओं पर जोर दिया, समस्या और समस्या को हल करने की आवश्यकता (अर्थात एक ऐसा समाधान जो समस्या को प्रभावी ढंग से हल करे)। उन्होंने जमेटो, एयरबीएनबी, उबर, वीवर्क जैसे स्टार्ट-अप्स के विभिन्न उदाहरण दिए, जो किसी समस्या को हल करने के विचार से निकले थे। इसके अलावा, उन्होंने दो प्रकार के स्टार्ट-अप्स के बारे में बताया जिसे पेनकिलर और विटामिन नाम दिया । पेनकिलर ऐसे स्टार्ट-अप होते है जो ग्राहकों की अधूरी जरूरतों को हल करने में सक्षम हों जैसे गूगल मैप्स, अमेज़ॅन इको, आदि जबकि विटामिन स्टार्ट-अप जो मौजूदा समाधान को अधिक बेहतर बना दे।