
गिरोह के 5 सदस्यों की तलाश, चंडीगढ़ का आरोपी प्रोवाइड करवाता था जाली सिम
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़। मोहाली पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए जाली फाइनेंस कंपनी बनाकर लोगों से करोड़ों रुपए ठगने वाले 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने देशभर में 18 जाली फाइनेंस कंपनी बनाई हुई थीं। एसएसपी संदीप गर्ग ने कहा कि आरोपी पिछले 10 साल से सक्रिय थे। मामले में गिरोह के पांच साथ अभी फरार हैं। पकड़े गए आरोपियों की पहचान ढकोली निवासी अमित कुमार, जिला फाजिल्का निवासी संजीव कुमार, पंचकूला सेक्टर-15 निवासी रूपेश कुमार उर्फ हेमंत कुमार उर्फ रोहित कुमार, युपी के सुल्तानपुर निवासी शिव प्रकाश, हरियाणा के सिरसा निवासी करण दहिआ, राजस्थान के जोधपुर निवासी भवन ङ्क्षसह, जालंधर निवासी उमेश चंद्र, करण नइयर, अर्जुन नइयर और सेक्टर-52 निवासी अजय कुमार के रूप में हुई। मोहाली के एसएसपी ने कहा कि आरोपियों में मुख्य आरोपी अमित और संजीव हैं। इनके खिलाफ 2006 और 2015 में भी ठगी के केस दर्ज हैं। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने हर राज्यों के लोगों से ठगी की है। आरोपी रिमांड पर है। अभी तो अन्य राज्यों में की गई ठगी की वारदातें सामने आएंगी।
ये बनाई थीं जाली कंपनियां
साउथ कैपिटल, फॉरचून फाइनेंस एंड लिजिंग, कीवी फाइनेंस एंड इंवेस्टमेंट कार्पोशन, मेघा, सुचित्रा, बैलइंडियां, वायूदुत फाइनेंस एंड लिङ्क्षजग, पूर्ण, एपसलूट लिजिंग एंड फाइनवेस्ट कार्पोशन, फस्ट होरीजोन नैशनल सर्विंस, अंकित, विजनेस सॉल्यूशन, विजन फाइनेंस एंड लिजिंग कार्पोशन, दिव्या इंटरनेशनल सर्विसिस, सिकर हाइटस इङ्क्षडया, इंडोएशिया कैपिटल क्रेडिट सर्च वैल्थ मैनेजमेंट सर्विसेस, हेमंत, एयूएस इंडीटेक इङ्क्षडया प्राइवेट लिमिटेड आदि हैं।
आरोपियों से ये मिला सामान
एक करोड़ कैश, 270 ग्राम गोल्ड, 20 एटीएम कार्ड, 20 चैक बुक, 40 मोबाइल फोन, 15 कम्प्यूटर सेट, 50 मोबाइल सिम, 3 कार।
कम ब्याज का देते थे लालच
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने देशभर में कुल 18 जाली फाइनेंस कपनियां खोली हुई थीं और 13 एक्टिव थीं, जिनमें से एक जीरकपुर पटियाला रोड पर थी। आरोपी लोगों को फंसाने के लिए सोशल मीडिया पर विज्ञापन देते थे। और लोगों को कम ब्याज पर पैसे देने का लालच देते थे। आरोपी फाइल चार्ज के जो पैसे लेते थे उसे कंपनी के अकांउट में जमा करवा लेते थे। आरोपियों ने वर्ष 2012 में भी लोगों से लाखों की ठगी की थी। वर्ष 2008 में आरोपियों ने पहले ढिल्लों नाम की कंपनी टेकओवर की थी।
लोगों को आरोपी कम ब्याज का देते थे लालच
आरोपी लोगों को कम ब्याज का लालच देकर जो फोन कॉल करते थे वह सिम कार्ड भी इनके नाम पर नहीं होता था। यह खुलासा चंडीगढ़ निवासी आरोपी अजय से की गई पूछताछ में सामने आया। सभी सिम कार्ड जाली डॉक्यूमेंट में एक्टिव करवाता था। इसके लिए उसे भी अच्छी रकम दी जाती थी। इसलिए वह भी इनके साथ लोगों से ठगी करने में इनका साथ देने लग गया।