
मंत्री चेतन सिंह जौड़ेमाजरा ने पंजाब के पहले मिर्चों के क्लस्टर का औपचारिक उद्घाटन किया
चंडीगढ़ दिनभर । पंजाब सरकार की तरफ से राज्य के किसानों की आय बढ़ाने और फ़सली विभिन्नता को उत्साहित करने के मंतव्य से चेतन सिंह जौड़ेमाजरा, आज़ादी संग्रामियों, रक्षा सेवा कल्याण, बाग़बानी, सूचना एवं लोक संपर्क मंत्री, पंजाब की तरफ से फिऱोज़पुर जिले की मिर्चों के किसानों के लिए पंजाब विधान सभा के माननीय स्पीकर कुलतार सिंह संधवां, महेन्दर सिंह सिद्धू, चेयरमैन पनसीड की मौजूदगी में शुक्रवार को जि़ला फिऱोज़पुर के गाँव महलम में चिल्ली कलस्टर के जि़ला स्तरीय समागम में प्रोजैक्ट फेज़ के चरण-1 की शुरुआत की गई। पंजाब में मिर्चों की पैदावार संबंधी जौड़ामाजरा ने बताया कि पंजाब में लगभग 9920 हेक्टेयर रकबे में से 19,963 मीट्रिक टन हरी मिर्च का उत्पादन होता है। पंजाब के प्रमुख मिर्च उत्पादक जिले फिऱोज़पुर, पटियाला, मलेरकोटला, संगरूर, जालंधर, तरन तारन, अमृतसर, एसबीएस नगर और होशियारपुर हैं। इनमें से जिहा फिरोजपुर में सबसे अधिक 1700 हैकटेयर रकबे में मिर्चों की पैदावार होती है। इसके बाद 1195 हैकटेयर के साथ जालंधर और 1106 हैकटेयर के साथ तरन तारन का नंबर आता है। पंजाब में मिर्च की अधिकतम उत्पादकता 19 मीट्रिक टन/ हेक्टेयर है। मिर्च की खेती 8000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रूप से और 16000 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजग़ार प्रदान करने के लिए जानी जाती है।
जौड़ामाजरा ने बताया कि पहले मिर्च की फ़सल का उचित भाव नहीं मिलता था जिस कारण किसान फ़सली विभिन्नता से विमुख हो रहे थे परन्तु अब इस कलस्टर के बनने से किसानों की मिर्च की फ़सल का मंडीकरण सफल ढंग के साथ हो सकेगा और उनको बढिय़ा लाभ भी होगा।
मिर्चों के इस क्लस्टर के उद्घाटन के मौके पर कुलतार सिंह संधवां और चेतन सिंह जौड़ामाजरा की तरफ से ख़ुद खेतों में जाकर किसानों से मिर्चों की अलग-अलग किस्मों की जानकारी ली और उन्होंने बताया कि फिऱोज़पुर जिले के मिर्च उत्पादकों ने बाग़बानी विभाग के तकनीकी सहयोग और निजी क्षेत्र की संस्थाओं के सहयोग से 19 जनवरी, 2023 को मिर्च कलस्टर विकास प्रोग्राम शुरू किया था।