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चंडीगढ़: बर्खास्त एआईजी राजजीत सिंह हुंदल के खिलाफ पंजाब स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी तकरीबन 20 करोड़ की प्रॉपर्टी और उनसे सम्बंधित बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है।

यह कदम एडीजीपी एसटीएफ के आदेश पर लिया गया। एसटीएफ ने आरोपी राजजीत की कुल 20 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी सीज करते हुए अपने कब्जे में ली है। इसमें मोहाली, न्यू चंडीगढ़ और पंजाब के अन्य जिलों में प्रॉपर्टी पर बोर्ड लगाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई।
सीज की गई प्रॉपर्टी का ब्योरा रेवेन्यू विभाग को भी सौंप दिया गया है, ताकि आरोपी राजजीत सिंह या उसके परिवार के लोग इस 20 करोड़ की चल व अचल संपत्ति की खरीद-फरोख्त न कर सकें। एसटीएफ ने इस मामले में केंद्रीय वित्तीय मंत्रालय के समक्ष 20 फरवरी को अपनी फाइनल रिपोर्ट पेश कर दी थी। रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्र और पंजाब सरकार से मंजूरी के बाद एसटीएफ ने 20 करोड़ की प्रॉपर्टी सीज कर ली। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को आरोपी राजजीत सिंह के मोहाली स्थित मकान के अलावा अन्य जगहों की प्रॉपर्टी के बाहर बोर्ड लगाकर उसकी तस्वीरें खींचकर रिकॉर्ड में रख ली हैं। विजिलेंस की रिपोर्ट के अनुसार आरोपी राजजीत सिंह विदेश भाग चुका है। विजिलेंस का कहना है कि राजजीत इस समय कनाडा में है। पंजाब पुलिस की विजिलेंस ने एनआईए को यह इनपुट देकर उनसे भी मदद मांगी है।

गौरतलब है कि राजजीत सिंह की पत्नी की मोहाली स्थित प्रॉपर्टी जिसकी कीमत करीब चार करोड़ रुपये है, उसे भी एसटीएफ ने फ्रीज कर लिया है। ड्रग्स तस्करी के इस मामले में आरोपी राजजीत 20 अक्तूबर 2023 से फरार है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से आरोपी को अग्रिम जमानत नहीं मिली थी, तब से वह पुलिस से बचने के लिए फरार है।

बर्खास्त एआईजी की पंजाब में 9 प्रॉपर्टी को चिह्नित कर सीज किया गया है। इनमें न्यू चंडीगढ़ स्थित मुल्लांपुर के गांव माजरी में वर्ष 2013 में 7 कनाल 40 मरले जमीन जोकि 40 लाख में खरीदी गई थी। इसी तरह 2013 में ही न्यू चंडीगढ़ के इको सिटी में 500 वर्ग गज का प्लॉट, साल 2013 में इको सिटी में खरीदा गया 500 वर्ग का प्लॉट, जिसकी कीमत 20 लाख रुपये है। वर्ष 2016 में मोहाली के सेक्टर-69 में खरीदा गया 500 वर्ग गज की डेढ़ करोड़ की कोठी, मोहाली के सेक्टर-82 में 733.33 वर्ग गज का प्लॉट जोकि 55 लाख रुपये 2017 में खरीदा गया था। इन प्रॉपर्टी को एसटीएफ ने अपने कब्जे में ले लिया है। अब इन प्रॉपर्टी की कानूनी तौर पर खरीद-फरोख्त नहीं हो सकती।

वर्ष 2017 में राजजीत के साथी इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह को ड्रग्स तस्करी और हथियारों से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था। आरोपी के घर से तलाशी के दौरान एके-47, 4 किलो हेरोइन, 3 किलो स्मैक का नशा और अन्य देसी हथियार बरामद किए गए थे। राजजीत सिंह पर आरोपी बर्खास्त इंस्पेक्टर की मदद करने, ड्रग रिकवरी से छेड़छाड़, सबूत मिटाने को लेकर मार्च 2023 में केस दर्ज किया गया था। आरोपी इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह और एआईजी राजजीत सिंह वर्ष 2012 से 2017 तक गुरदासपुर, तरनतारन, मोगा और जालंधर में एक साथ तैनात रहे। कहा जाता है कि राजजीत अपने साथी इंस्पेक्टर की पोस्टिंग अपनी जगह करवा लेता था।

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