
चंदिगढ़ं दिनभर
चंडीगढ़। मणिपुर में हिंसा के खिलाफ आज पंजाब बंद है। वाल्मीकि, रविदासिया और ईसाई भाईचारे ने संयुक्त रूप से बंद की कॉल दी है। बंद की कॉल को देखते हुए सरकारी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए प्राइवेट स्कूल भी बंद रखे गए हैं।

जांलधर में बंद का पूरा असर दिखा
जांलधर शहर के लगभग सभी बाजार बंद रहे। इसके अलावा अलग-अलग चौक-चौराहों पर धरना दिया जा रहा है। भगवान वाल्मीकि समाज व संस्थाओं की कमेटियों द्वारा गली-गली जाकर दुकानों को बंद करवाया गया। वहीं अब नेशनल हाईवे को भी बंद करने की तैयारी की जा रही है।

अमृतसर में भी दिखा पंजाब बंद का असर
अमृतसर में भी पंजाब बंद का असर देखने को मिला है। शहर के बाजार फिलहाल तक बंद है। मणिपुर में हिंसा के खिलाफ आज वाल्मीकि, रविदासिया और ईसाई भाईचारे ने संयुक्त रूप से आज पंजाब में बंद की अपील की है। इन समुदाय के नेताओं का कहना है कि दलित महिलाओं पर मणिपुर में अत्याचार हो रहा है, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार उसे रोकने में अफसल रही है।

पूर्ण रूप से बंद रहा फिरोजपुर
मणिपुर हिंसा मामले में बुधवार को फिरोजपुर पूर्ण रुप से बंद रहा। ईसाई समुदाय, वाल्मीकि समुदाय सहित बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों ने जहां शहर व छावनी में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया तो वहीं बाजारों में रोष मार्च भी निकाला। प्रदर्शन कार्यो ने बैंक, ielts सेंटर, स्कूल सहित केंद्रीय जेल द्वारा स्थापित पेट्रोल पंप को भी बंद करवाया। दर्शन कार्यों द्वारा लोगों से पूर्ण बंद का सहयोग देने की अपील भी की गई। जिले में कोई हिंसक घटना ना हो इसलिए पंजाब पुलिस के सैकड़ों जवान सहित एसपी डिटेक्टिव रणधीर कुमार, डीएसपी, एसएचओ प्रदर्शनकारियों के साथ पूर्ण रूप से तैनात रहे।
श्री मुक्तसर साहिब में पंजाब बंद का असर
मसीह भाईचारे व अन्य संगठनों की ओर से पंजाब बंद की कॉल के चलते गुरु गोबिंद सिंह पार्क में इकट्ठ किया गया है। पार्क में भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है। फिलहाल प्रदर्शनकारियों की ओर से मणिपुर हिंसा के विरोध में वहां की सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया जा रहा है। प्रदर्शनकारी यहां से शहर में रोष मार्च निकालने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन पुलिस ने उन्हें पार्क में रोक रखा है।
तरनतारन में नहीं दिखा पंजाब बंद का असर
मणिपुर घटना के विरोध में विभिन्न संगठनों द्वारा पजांब बंद की दी गई कॉल का जिला तरनतारन में कोई असर नही दिखा। रोज की तरह सुबह हलवाई की दुकानें खुली जिसके साथ ही सब्जी व फल विक्रेता भी अपने काम में जुट गए। देखते ही देखते पूरे शहर की दुकानें सुबह 9 बजे तक खुली गई। सुबह होते ही एसएसपी गुरमीत सिंह चौहान ने एसपी व डीएसपी रैंक के अधिकारियों से बैठक करके पूरे जिले में चौकसी बरतने का आदेश दिया। जिसके बाद सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र की गश्त पर निकल गए। सुबह साढे 10 बजे तक तरनतारन जिले में किसी भी संगठन द्वारा कोई धरना प्रदर्शन या नारेबाजी नहीं की गई।

आपातकालीन सेवाओं को छूट
बंद समर्थकों वाल्मीकि समाज के अग्रणी नेता राजेश भट्टी व राजकुमार राजू का कहना है कि वे शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बाजार बेशक बंद रखे गए हैं लेकिन चिकित्सा सुविधाओं जैसी आपातकालीन सेवाओं को छूट दी गई है। बंद के दौरान ड्यूटी पर तैनात एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और सैन्य वाहनों को नहीं रोका जाएगा।