
चिट्टी बेईं में पानी छोडऩे के लिए बनाने वाले रेगुलेटर का उदघाटन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संतों की उपस्थिति में किया
चंडीगढ़ दिनभर
सुल्तानपुर लोधी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य की सभी नदियों और नालों की सफाई कर बारिश के पानी को रिचार्ज करने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने गढ़शंकर के सिंबली गांव में चिट्टी बेईं में 200 क्यूसेक पानी छोडऩे की परियोजना का शिलान्यास करने के बाद क्षेत्र के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने पंजाब के पानी को बचाने का ऐतिहासिक कार्य किया है. पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण सिंह रोड़ी, कैबिनेट मंत्री ब्रह्मशंकर जिंपा, क्षेत्र के संत महापुरुष सहित अन्य हस्तियां मौजूद थीं।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए संत सीचेवाल की तरफ से अपनी सांसद फंड से 01 करोड़ 19 लाख रुपये खर्च किये जाने हैं। जिसका टेंडर खोल दिया गया है और इस परियोजना के लिए संत सीचेवाल द्वारा अपनी निधि से 40 लाख रुपए दिए गए हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी के घोषणा पत्र में हवा, पानी और जमीन का जिक्र किया गया है, जबकि ये अन्य पार्टियों के एजेंडे में नहीं है. बिष्ट दोआब से चिट्टी बेईं में विभिन्न स्थानों से 500 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिट्टी बेईं का काम इतना ऐतिहासिक है कि वह अपने सारे काम छोड़कर इस काम को शुरू करने आए हैं। उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जून माह में यह रेगुलेटर तैयार हो जायेगा, ताकि धान की फसल से पहले इसे चालू किया जा सके. मुख्यमंत्री ने संत सीचेवाल के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जब वे सांसद नहीं थे तब भी जल, पेड़, फूल और धरती बचाने के काम में लगे रहते थे और अधिकारियों को मांग पत्र दिया करते थे, लेकिन अब वह सांसद बन गए हैं, उन कमियों को दूर करने का आदेश दे सकते हैं।
सतलुज नदी के धूसी बांध पर गिद्दरपिंडी से फिल्लौर तक सड़क बनाई जाएगी और मानसून से पहले सतलुज नदी पर गिद्दरपिंडी के रेलवे पुल के नीचे से 10 से 12 फीट जमी गाद निकालने का काम शुरू किया जाएगा। संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने मौके पर लिखी कविता हवा, पानी और धरती आजाद होगी, के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने पंजाब के लोगों से गुरु नानक पातशाह जी के प्रिय पुत्र बनकर प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने और हवा, पानी और धरती को उचित प्राथमिकता देने की अपील की। उन्होंने मांग की कि बिष्ट दोआब से 1465 क्यूसेक नहरी पानी खेतों तक पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछाई जाए। इस मौके पर संत सुखवंत सिंह नहलां, संत अमरीक सिंह, संत गुरचरण सिंह पंडवा, संत गुरमेज सिंह सैदराना, संत बलदेव कृष्ण सिंह, बाबा बलराज सिंह जायन, संत राज सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मंच का संचालन संत सुखजीत सिंह ने किया।