मुख्यमंत्री मनोहर लाल

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने श्री थड़ा साहिब गुरुद्वारा जोडिय़ा में की होला-मोहल्ला समागम में शिरकत

चंडीगढ़ दिनभर. यमुनानगर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में ऐतिहासिक गुरुद्वारों को हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा संचालित किया जाएगा, इसके लिए जो भी सरकार से कमेटी को जरूरत होगी तो उनकी सभी जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार सामाजिक और सेवा के काम कर रही है। यदि हरियाणा गुरु प्रबंधक समिति (एचएसजीपीसी) को भी सरकार से शिक्षण संस्थान व अस्पताल बनाने सहित अन्य किसी की भी जरूरत हो तो उसे भी पूरा किया जाएगा। कृपा लाल बुधवार को गुरुद्वारा श्री थड़ा साहिब जोदिया में आयोजित होला-मोहल्ला समागम में शिरकत कर रहे थे। सबसे पहले उन्होंने गुरुद्वारा मे माथा टेका और अर्शिवाद लिया। उन्होंने कहा कि हम सभी मिल-जुलकर काम करेंगे तो बहुत बरकत होगी। वे हरियाणा के सिक्ख गुरु प्रबंधक द्वारा समिति को बढ़ावा देते हैं कि वह हर समय उनके साथ हैं। इस मौके पर सांसद ने अंतर्राष्टï्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि महिला व पुरुष दोनो समान है यह दिन महिलाओं का दिन होता है। हरियाणा सरकार ने महिलाओं के उत्थान के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है। इन योजनाओं को सभी महिलाओं को लाभ लेना चाहिए। भोपाल ने होला-मोहल्ला समागम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस पर्व की शुरुआत दशम गुरु श्री गोविंद सिंह जी ने वर्ष 1680 में 14 वर्ष की आयु में श्री आनंदपुर साहिब में की थी। उस समय काफी हद तक जुल्म ढले जा रहे थे, होला-मोहल्ला का त्योहार बहादुरी, ताकतों का त्योहार है। श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने शुरूआत सिक्खों में वीरता का रंग भरने के लिए की थी ताकि हमलावरों से जीत हासिल की जा सके।

हम अपने गुरूओं के बलिदान को कभी भुला नही सकते। इस त्योहार के जरिये उन्होने सिक्खों को वीरता, एकता व शांति का संदेश दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरू गोबिंद सिंह जी ने देखा कि उत्तर भारत में मुगलों द्वारा लोगों पर ज्यादा जुल्म किए जा रहे है तो उनका मुकाबला करने के लिए उन्होंने अपने वीर सैनिक बंदा सिंह बहादुर को इसकी जिम्मेवारी सौंपी। उन्होंने डट कर मुकाबला किया और इसी क्षेत्र के लौहगढ़ में अपनी पहली राजधानी बनाई। उन्होंने कहा कि यह त्योहार खुशी का त्योहार है और भाई चारे को बढ़ाने का त्योहार है।
संत निश्चल सिंह ने यमुनानगर में गरीबों की सेवा की और 1952 में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने की आवाज उठाकर यहां महिला शिक्षण संस्था स्थापित की। हमें ऐसे महान संत के पद चिन्हों पर चलना चाहिए। हरियाण सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष बाबा कर्मजीत सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बाहर समाज में फूलों व रंगों की होली है परंतु यहां होला-मोहल्ला में संतों के नाम की होली हो रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल गुरू के सच्चे सेवक है। उन्होंने इस कार्यक्रम में पंहुच कर यह साबित भी कर दिया। मुख्यमंत्री वफादार व ईमानदार व्यक्ति है, गुरूमुख प्यारे है। इन्ही के कुल से वीर सैनिक बंदा सिंह बहादुर का नाम भी जुड़ा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वासन भी दिलाया कि वह आगे बढ़ कर काम करेंगे और बैसाखी के दिन नाडा साहिब गुरुद्वारा से कुछ नेक कार्यो की शुरूआत करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें साकारात्मक सोच के साथ आगे बढऩा होगा तभी सरकार हमारा सहयोग करेंगी। पंजाबी साहित्य एकादमी हरियाणा के उपाध्यक्ष स. गुरूविन्द्र सिंह धमीजा ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन में अहम भूमिका निभाई है और आगे भी उनका हर सम्भव सहयोग रहेंगा। उन्होंने कहा कि सभी को सरकार के साथ सहयोग करने की जरूरत है।

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