
साइबर अपराध को रोकने के लिए राज्य के 29 साइबर पुलिस थानों में आईटी एक्सपर्ट रखे जाएंगे, पुलिस कर्मचारियों को आईटी से संबंधित दी जाएगी ट्रेनिंग
चंडीगढ़ दिनभर
चंडीगढ़। गृहमंत्री अनिल विज ने पुलिस अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि जिन अधिकारियों/आईओ के पास एक साल से ज्यादा अवधि के एफआईआर जांच के मामले लंबित हैं उनका स्पष्टीकरण लिया जाए। जिन अधिकारियों/आईओ का संतोषजनक उत्तर नहीं मिलेगा, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। विज पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि राज्य में 3229 मामले एक साल से लंबित हैं।
जिलेवार ब्यौरा देते हुए उन्होंने बताया कि अंबाला में 77, भिवानी में 45, चरखी-दादरी में 13, फरीदाबाद में 140, फतेहाबाद में 54, जीआरपी अंबाला कैंट में एक, गुरूग्राम में 981, हांसी में 27, हिसार में 106, झज्जर में 132, जींद में 62, कैथल में 39, करनाल में 100, कुरूक्षेत्र में 94, महेन्द्रगढ में 38, नूंह में 165, पलवल में 292, पंचकूला में 114, पानीपत में 37, रेवाडी में 98, रोहतक में 151, सिरसा में 177, सोनीपत में 83 और यमुनानगर में 203 मामले एक साल से लंबित हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि यदि किसी व्यक्ति पर 10 से अधिक अपराधिक मामले दर्ज हैं तो उनकी सूची भी तैयार करके उन्हें उपलब्ध करवाई जाए। साइबर अपराध को रोकने के लिए राज्य के 29 साइबर पुलिस थानों में आईटी एक्सपर्ट रखे जाएंगे। पुलिस कर्मचारियों को भी आईटी से संबंधित प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
उन्होंने निर्देश दिए कि साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए आर्टिफिशयल इंटलीजेंस का उपयोग किया जाए। विज ने निर्देश दिए कि राज्य के नेशनल हाइवे और राज्य हाइवे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जाए। पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य 15 जून तक पूरा कर लिया जाएगा। लेन ड्राइविंग और यातायात संकेत बोर्ड भी लगाए जाने चाहिए। पुलिस थानों में चौकीदार और कुक की तैनाती करने के साथ ही सडक पर डयूटी देने वाले पुलिस कर्मियों के भोजन की व्यवस्था की जाएगी। इस पर लगभग चार करोड रूपए खर्च होंगे। आर्म्स लाईसेंस को स्मार्ट कार्ड में तबदील करने के कार्य में तेजी लाने को कहा। इस अवसर पर गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पुलिस महानिदेशक पी.के. अग्रवाल, गृह विभाग के सचिव महावीर कौशिक, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह, अमिताभ ढिल्लों, पंचकूला के पुलिस आयुक्त संजय सिंह, अंबाला के आईजी सिवाश कविराज सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।