प्रेम रावत

चंडीगढ़ दिनभर
पिस एजुकेशन एवं पीआर गतिविधियों के रिजनल मैनेजर तनुज वशिष्ठ ने बताया कि पुस्तक ‘स्वयं की आवाज़ का विमोचन लेखक प्रेम रावत दो अप्रैल को लखनऊ के रमाबाई अम्बेडकर स्टेडियम में करेंगे। हालांकि उन्होंने इस पुस्तक का अंग्रेजी संस्करण हियर योरसेल्फ नामक पुस्तक लिखी जो अमेरिका में रिलीज होते ही न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्ट श्रेणी में आ गई। वशिष्ठ ने सैक्टर 5 स्थित राजविधा केंद्र में यह जानकारी दी। प्रेम रावत ने कहा कि ‘मनुष्य को भय, क्रोध और चिंता से मुक्त जीवन जीना चाहिए। वे दुनिया भर के श्रोताओं को प्रेरित करते कहते हैं कि हर कोई अपने जीवन में व्याप्त शोर को शांत कर हृदय में मौजूद सच्ची और अनोखी आवाज सुन सकता है जो उसके अंदर मौजूद शांति का स्रोत है।
उन्होंने कहा कि प्रेम रावत कि स्वयं की आवाज़ पुस्तक पाठकों को आत्मज्ञान और शांति के बारे में प्रेरित करती है। किताब में कहानियों और दुनिया भर में की गई अपनी यात्राओं के अनुभव को प्रेम रावत ने बेहद दिलचस्प तरीके से संजोया है। वे कहते हैं कि ”कौन जानता है कि हमारे पास कितना समय है ? हर दिन हमें जीवन का शानदार उपहार मिलता है। यह बहुत जरूरी है कि जितना हो सके, हम हर पल को बेहतर तरीके से जीएं।
जब ऐसा होता है तो मानो जैसे जीवन अपनी सुंदरता के साथ खिल उठता है। प्रेम रावत जी अपने संबोधन में बताते हैं कि कैसे हम सुन सकते हैं शांति के उस गीत को जो हम सबके अंदर गाया जा रहा है, ताकि हम भी महसूस कर सकें इस जीवन के चमत्कार को और वह सबकुछ जो इसमें है।
उन्होंने बताया कि प्रेम रावत की पुस्तक ‘स्वयं की आवाज़ हार्पर कॉलिन्स द्वारा प्रकाशित की गई है।उन्होंने बताया कि सन् 1957 में भारत में जन्में प्रेम रावत एक लोकप्रिय शिक्षक, बेस्टसेलिंग लेखक और मानवतावादी हैं। पिछले 50 वर्षों से भी अधिक समय से वे संपूर्ण विश्व के लोगों को अपने अंदर जुड़कर सर्वश्रेष्ठ जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कभी एक विलक्षण युवा तो कभी 70 के दशक के ‘टीन एज़ आइकॉन से लेकर विश्व शांति दूत तक, प्रेम रावत ने लाखों लोगों को जीवन के प्रति स्पष्टता, प्रेरणा और गहरी समझ दी है।

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