
श्रद्धालुओं ने यमुना को स्वच्छ एवं निर्मल रखने का लिया संकल्प
चंडीगढ़ दिनभर
करनाल। यमुना मैया का किनारा, अस्तांचल की ओर जाता सूर्य, श्रद्धालुओं में उमड़ती श्रद्धा, घंटियों की घनघनाहट और शंखनाद की आवाज के बीच यमुना जी की महाआरती का मनोहारी दृश्य महर्षि पाराशर व दानवीर कर्ण की तपोभूमि करनाल में एक नई शुरूआत लेकर आया। सोमवार को यमुना दशहरा के अवसर पर मां यमुना सेवा समिति के तत्वावधान में संत स्वरूप प्रेमपाल सागर जी के सानिध्य में हरियाणा के करनाल जिले के कुंजपुरा गांव के समीप कुंडा घाट पर गंगा मैया की तर्ज पर यमुना मैया की संध्या महाआरती की गई। महाज्योत के अलावा 108 श्रद्धालु जगमग दीपक लेकर पंक्तिबद्ध हुए। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने मां यमुना को स्वच्छ एवं निर्मल रखने का संकल्प लिया। साथ ही संबंधित विभागों, केंद्र सरकार, हरियाणा व उत्तरप्रदेश की सरकारों से यमुना को उसके वास्तविक निर्मल स्वरूप में लाने की अपील की।