चंडीगढ़ दिनभर: इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की कल कुछ बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी। हथियारबंद हमलावरों ने उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की परिणामस्वरूप हमले में नफे सिंह राठी समेत 4 लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। उनके 3 सुरक्षा कर्मियों को भी कई गोलियां लगी। यह घटना बराही फाटक के पास हुई। नफे सिंह राठी के गले में दो गोलियां लगी। इसके अलावा उनकी कमर में भी गोलियां लगी। इस हमले में एक सुरक्षाकर्मी की भी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में बीजेपी के बहादुरगढ़ से पूर्व विधायक समेत 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है आरोपियों में बहादुरगढ़ के कई जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। पुलिस ने गाड़ी चालक एवं नफे सिंह राठी के भांजे राकेश उर्फ संजय की शिकायत पर केस दर्ज किया है। एफआईआर में बीजेपी के स्थानीय नेताओं के नाम भी शामिल है। राठी की हत्या की मुख्य वजह जमीनी विवाद बताया जा रहा है।
पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में पूर्व विधायक नरेश कौशिक, नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी व मौजूदा चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, देवर कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र सतीश नंबरदार, पोते गौरव व राहुल और पांच अन्य के नाम शामिल हैं। नफे सिंह राठी के परिजनों का कहना है कि वो आरोपियों की गिरफ्तारी तक पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे। नफे सिंह राठी के समर्थकों ने रोड़ जाम कर दिया। उनके समर्थक सामान्य अस्पताल के बाहर सड़क पर जाम लगा कर बैठे हुए है। समर्थक आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
पूर्व विधायक नफ़े सिंह राठी के भतीजे ने कहा कि अब तक इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तार नहीं हुई है। भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी पर एफआईआर दर्ज हुई है। पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे सतीश नंबरदार पर भी एफआईआर दर्ज है। लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। डीएसपी शमशेर सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस इस के में साइंटिफिक और फिजिकल एविडेंस के आधार पर जांच कर रही है। गिरफ्तारी के संदर्भ में बाद में डिस्क्लोज़ किया जाएगा। एफआईआर दर्ज कर पांच टीमें जांच कर रही है