
चंडीगढ़ दिनभर
यमुनानगर। थर्मल गेट पर धरने प्रदर्शन पर बैठे कर्मचारियां का अभी तक कोई ठोस समाधान निकल कर सामने नहीं आया है, जिसकों लेकर अनुबंधित विद्युत कर्मचारी संघ द्वारा नरवाना में सोमवार को एक बैठक रखी गई है, जिसमें संघ की तरफ से धरने प्रदर्शन को बड़ा रूप देने के लिए बड़ा फैसला लिया जा सकता है। सोमवार की बैठक में लिए गए फैसले की तरफ यमुनानगर व खेदड़ प्लांट के कर्मचारियों की निगाहें रहेंगी, क्योंकि कर्मचारी भी अब परेशान हो चुके है, वह आर पार की लड़ाई लडने के लिए तैयार है। रविवार को धरना 27वे दिन में प्रवेश कर गया। धरने की अध्यक्षता राजेश कुमार ने की व मंच संचालन मोनू कुमार द्वारा किया गया। यह धरना प्रदर्शन अनुबंधित विद्युत कर्मचारी संघ संबंधित भारतीय मजदूर संघ द्वारा किया जा रहा है।
रविवार को कुरूक्षेत्र से आये प्रदेश वरिष्ठ कार्यकर्ता धर्मवीर चेहल, कृष्ण कुमार, राजीव व कुलबीर द्वारा कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया गया व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए धर्मवीर चेहल ने बताया कि थर्मल मैनेजमेंट के अडियल रवैये के चलते अनुबंधित विद्युत कर्मचारी संघ बड़ा फैसला लेने के लिए मजबूर हो गया है, जिसकी बैठक सोमवार को नरवाना में की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस फैसले से हरियाणा सरकार को जो भी नुक्सान होगा, उसके जिम्मेवार थर्मल मैनेजमेंट होगा क्योंकि खेदड व यमुनानगर के कर्मचारियों के भविष्य की तरफ उनका कोई ध्यान नहीं है। हरियाणा कौशल रोजगार निगम, तो कर्मचारियों पर क्या लागू किया जायेगा, उल्टा यह कर्मचारियों को तोडऩे का प्रयास कर रहे हैं।
वह इंतजार कर रहे हैं कि या तो कोई थर्मल में कर्मचारी हादसे का शिकार हो या फिर थर्मल की मशीनरियां इस लायक न रहें कि थर्मल में बिजली उत्पादन करना आसान न रहे। इस दौरान अनुबंधित विद्युत कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अश्वनी कश्यप, जिला सचिव राजठाकुर, जिला मंत्री आशीष धीमान द्वारा भी कर्मचारियों को संबोधित कर उनका हौंसला बढ़ाया गया। रविवार का दिन होने के चलते थर्मल गेट पर भारी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे। कर्मचारियों में तो अब एैसी होड मच गई है कि उनकी सोच यह हो गई है कि उनकी डयूटी धरना स्थल पर ही है। थर्मल मैनेजमेंट ने तो अन्दर घुसने के लिए उनके गेट पास तक कैंसल कर दिए हैं लेकिन थर्मल के लिए उनके द्वारा दिए गए 10 से 12 साल उनको गेट पर ही खड़ा होने के लिए मजबूर कर रहे हैं कि वह थर्मल मैनेजमेंट से अपना हक प्राप्त करके रहेंगे।
पदाधिकारियों का भी कहना है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता, तब तक दोनों प्लांटों का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। आने वाले समय में यह आंदोलन और बड़ा हो सकता है, जिसका खामियाजा थर्मल मैनेजमेंट को भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। इस अवसर पर संजय बाली, अमरजीत, धर्मबीर, संजीव, राजिन्द्र, दीपक, प्रमोद, विकास, मुकेश आदि मौजूद थे।