
कुरुक्षेत्र शहीदी दिवस के अवसर पर सैनी धर्मशाला रतगल कुरुक्षेत्र में जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. सुदेश जाटियान द्वारा सर्वप्रथम शहीदों की प्रतिमा के आगे पुष्पारपण करके शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई तथा भगवान धनवन्तरी जी की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके विधिवत रूप से आयुष विभाग कुरूक्षेत्र द्वारा निशुल्क चिकित्सा शिविर एवं प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया।
जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. सुदेश जाटियान द्वारा औषधिय पौधे से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकारी देने के साथ साथ उपस्थित जनसमूह को तुलसी, नीम, आंवला, एलोवेरा, जामुन आदि औषधीय पौधे वितरित किए।
उन्होंने कहा कि भारत शहीदों के सम्मान ओर देश के लिए दिए गए उनके बलिदान को याद करने के लिए हर साल शहीदी दिवस मनाया जाता हें। दिवस पर भारत के गौरव, शान व आजादी के लिए लडऩे वाले भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु व सुखदेव को श्रद्धांजलि दी जाती हैं। उनकी शहादत को देश का हर नागरिक सच्चे दिल से सलाम करता हैं।
शिविर में अनुभवी विशेषज्ञों डा. मीना द्वारा एनीमिया पर, डा. आकृति द्वारा फिजियोथेरेपी के बारे में, डा. पिंकी द्वारा बच्चों में होने वाले रोगों के बारे में तथा आयुष योग सहायक सविता द्वारा गर्भावस्था के दौरान महिलाओं द्वारा किए जाने वाले सूक्ष्म व्यायाम एवं अन्य क्रियाओं के बारे में एवं विभिन्न स्वास्थ्य सम्बन्धी विषयों पर व्याख्यान दिया गया। शिविर में अनुभवी विशेषज्ञों डा. तृप्ता, डा. राजीव बिरवाल, डा. महेन्द्र द्वारा आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धतियों द्वारा लगभग 500 रोगियों का निरीक्षण किया गया तथा पुष्पा, नेहा, अनुराधा व संदीप फार्मासिस्टों द्वारा रोगियों को निशुल्क औषधि वितरित की गई।
शिविर में मधुमेह, बीपी, की जांच निशुल्क की गई। शिविर में सम्पूर्ण आयुष स्टाफ, आयुष विभाग के अंतर्गत कार्यरत सभी योग सहायक व ऑफिस स्टाफ उपस्थित रहा। आयुष विभाग कुरुक्षेत्र द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र रही। अधिक स्वास्थ्य लाभ लेने के साथ साथ उपस्थित जनसमूह द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य कैम्प की काफी सराहना भी की गई। जिला आयुर्वेद अधिकारी डा. सुदेश जाटियान ने बताया कि 23 मार्च को स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ा दिया था।