
करनाल। अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. वैशाली शर्मा की अध्यक्षता में स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में मंगलवार को जिला स्तरीय ड्डबैंर्कस समिति की त्रैमासिक समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि विक्रम ढांडा, नाबार्ड से एजीएम कुशाल सिंह, उप-पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार, डीसीओ, सरकारी विभागों की नोडल अधिकारी, आरसेटी के डायरेक्टर हरीश खरबंदा मौजूद रहें। इस मौके पर एलडीएम सुशील कुमार हंडुजा ने एडीसी का पुष्प गुच्छ के साथ स्वागत किया और सरकार द्वारा प्रयोजित योजनाओं के तहत जिले में बैंकिग क्षेत्र में योगदान के बारे में प्रगति रिर्पाट प्रस्तुत की।
एडीसी ने एलडीएम को निर्देश दिए कि जो डीसीओ बिना सूचना के मिंटिग में गैर हाजिर है, उनको कारण बताओं नोटिस जारी करे। उन्होंने कहा कि सभी बैंर्कस सरकार द्वारा प्रयोजित योजनाओं के निर्धारित लक्ष्य पर हर संभव पूरा करे ताकि लोगों को समय पर ऋण मिले ओर वे अपना स्वरोजगार स्थापित कर सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि बेवजह किसी भी प्रार्थी का आवेदन पत्र रद्ध न करे। कोशिश करे कि प्रार्थी से समय पर आवश्क दस्तावेज पूरे करवाए ताकि उसे बार-बार बैंक के चक्कर न काटने पडें।
उन्होंने कहा कि डीसीओ व नोडल एजेंसी के अधिकारियों को हर माह बैठक सुनिश्चत करे और अपने डाटा को अपडेट रखे। एलडीएम ने बताया कि जिला में कुल ऋण 26891.54 करोड के वितरित किये जा चुके हैं। जिससे जिले में राष्ट्रीय लक्ष्य 60 प्रतिशत के विरूद्ध सीडी अंश की उपलब्धि 113 प्रतिशत हैं। कुल प्राथमिक क्षेत्र का राष्ट्रीय लक्ष्य 40 प्रतिशत हैं। जबकि मार्च 2023 में सभी बैंकों की प्राप्तियो 69 प्रतिशत हैं।