
केंद्र सरकार ने एसआरडीएफ के तहत 216 करोड़ रुपए की पहली किस्त की जारी : उपमुख्यमंत्री
चंडीगढ़ दिनभर
शाहबाद। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि केंद्र सरकार ने हरियाणा को बरसात से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद के लिए एसआरडीएफ के तहत 216 करोड़ रुपए की राशि पहली किस्त के रूप में जारी कर दिए है। इस राशि को बरसात से प्रभावित जिलों में आवंटित कर दिया गया है। इस राशि से प्रशासनिक अधिकारी अपने-अपने जिले में लोगों को खाद्य सामग्री, पीने का पानी आदि व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करेंगे। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बुधवार को शाहबाद में बरसाती पानी से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
इससे पहले दुष्यंत चौटाला ने ट्रैक्टर चलाकर बरसात से प्रभावित शहरी क्षेत्र में पहुंचे और लोगों की समस्याओं को जाना तथा स्थानीय अधिकारियों से भी फीडबैक ली। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल और शिवालिक की पहाडिय़ों में लगातार हो रहीं बरसात के कारण अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल जिलों को बरसाती पानी ने प्रभावित किया है, लेकिन सुखद बात यह है कि अब शाहबाद में 2 फीट और यमुना नदी के पानी के डेढ़ फीट पानी का स्तर नीचे आया है। अगर आगामी 48 घंटे में पहाड़ी क्षेत्र में बरसात नहीं हुई तो प्रदेश में फिर से सामान्य स्थिति हो जाएगी।
उन्होंने पत्रकारों के प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में करनाल और पानीपत में नहरों के तट टूटने से पहले सवा लाख एकड़ फसलों का नुकसान होने की रिपोर्ट मिली है। सभी उपायुक्त को घरों, पशुधन और जान-माल के नुकसान की रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए है। उन्होंने वीटा की 2 डेयरियों को निर्देश दिए कि शाहबाद में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत सामग्री पहुंचाए। इसके अलावा अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि बरसात से प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जाए और लोगों को पीने के पानी, खाद्य सामग्री, दवाइयां घर-घर जाकर पहुंचाई जाए।
सभी अधिकारी दिन-रात कार्य करें और लोगों को तकलीफ ना आने दे। एक प्रश्न का जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और प्रशासन की तरफ से लोगों को समय रहते सचेत रहने की सूचना जारी कर दी गई थी, लेकिन नहरों के बांध टूटने से गांवों और शहरों में जलस्तर बढ़ा, लेकिन कृषि क्षेत्र बरसात के पानी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इस मौके पर शाहबाद विधायक एवं चेयरमैन रामकरण काला, उपायुक्त शांतनु शर्मा सहित अन्य अधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।