कौशल विकास विभाग में बिल पास करवाने के नाम पर चल रहे लाखों रुपए के रिश्वत मामले में हरियाणा स्टेट विजिलेंस विभाग की एंटी करप्शन ब्यूरो टीम के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सामने आया है कि विभाग में सिर्फ शिकायतकर्ता रिंकू की फाइल को ही रिश्वत लेकर पास नहीं किया जा रहा था, बल्कि इससे पहले भी कुछ फाइल्स को अप्रूव कर लाखों रुपए के बिल पास किए गए हैं।
एंटी करप्शन ब्यूरो के पास अब एक सरकारी गवाह भी आ गया है, जिसने आईएएस विजय सिंह दहिया की मुश्किलों को बढ़ाते हुए बयान दिया है, कि उसने 13 लाख रुपए से ज्यादा की राशि आईएएस को दी थी। इसके बाद अब एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम आईएएस को गिर तार कर उस राशि को भी रिकवर करेगी।
वहीं इस मामलें में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम पिछले कुछ दिनों से लगातार सेक्टर 3 स्थित हरियाणा कौशल विकास विभाग में फाइलों की रिकवरी के लिए जा रही है। दर्जन से ज्यादा फाइल्स का रिकॉर्ड भी जब्त किया गया है। अंदर की बात यह है,कि 20 अप्रैल को जब रिंकू की शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने डीएसपी नरेंद्र कादियान के नेतृत्व में पूनम चोपड़ा को रेड हैंडेड गिरफ्तार किया, तो उसके बाद आईएएस दहिया का नाम सामने आ गया। उसने खुले तौर पर बताया कि ये रुपए दहिया के लिए हैं।
ऐसे में दहिया से मिलने के लिए उसने पहले ही शाम का समय चंडीगढ़ सेक्टर 9 की मार्केट में खुले एक बार में तय किया हुआ था। ऐसे में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम के सामने वो दहिया से मिलने से पहुंचती है, जहां दहिया ने पूनम को अपने पास करीब डेढ़ घंटे तक रखा। ये वीडियो फुटेज भी कोर्ट में पेश की गई थी। वहीं इसके अलावा विजिलेंस टीम की ओर से पंचकूला कोर्ट में ये भी बताया था, कि आरोपी आईएएस दहिया की ओर से सरकारी गवाह को भी धमकाया है।