
डॉ. गणेश दास डीएवी महिला शिक्षण महाविद्यालय करनाल में 113वां नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
करनाल। हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो द्वारा डॉ. गणेश दास डीएवी महिला शिक्षण महाविद्यालय करनाल में एक दिवसीय 113वां नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. राकेश संधू की अध्यक्षता में डॉ. सरोज सोबती, डॉ. राजेंद्र कौर आदि की उपस्थिति में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा कार्यक्रम में मुख्य वक्ता थे। प्राचार्या डॉ. राकेश संधू ने डॉ. अशोक कुमार वर्मा का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक बहुत ही ज्वलंत विषय है।
ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने उपस्थित छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि परिवार में किसी व्यक्ति द्वारा नशा करने पर सबसे अधिक नारी शक्ति, बच्चे और वृद्ध माता पिता पीडि़त होते हैं। उन्होंने अनेक उदाहरणों और प्रसंगों के माध्यम से नशे के दुष्परिणामों से परिचित कराते हुए एक कविता के माध्यम से कहा कि नशा कोई करने से बुरा है नशे का व्यापार करना। ऐसे पाप की कमाई से तो अच्छा है मेहनत करके पेट भरना। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत अनेक नशों को प्रतिबंधित किया है जिनमे चरस अफीम चिट्टा भांग सुल्फा ब्राउन शुगर नशे की गोलियां आदि हैं जिन्हे कोई व्यक्ति अपने पास नहीं रख सकता है और न ही खेती कर सकता है। नशे का कारोबार करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर दंड के प्रावधान हैं। उन्होंने बताया कि ब्यूरो द्वारा 9050891508 एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है जिस पर कोई भी व्यक्ति गुप्त सूचनाएं दे सकता है और नशा छोडऩे वाले भी इस पर सम्पर्क कर लाभ उठा सकते हैं।