
योद्धा स्मारक समिति ने दर्शन लाल जैन की पुण्य स्मरण मनाया
यमुनानगर. योद्धा समारक समिति द्वारा सरस्वती नदी के भगीरथ पदम भूषण स्वर्गीय दर्शन लाल जैन का पुण्य स्मरण दिवस बड़ी ही श्रद्धा भाव से मनाया गया।
योद्धा स्मारक समिति के अध्यक्ष एवं जिला जगाधरी संघचालक एडवोकेट मुकेश गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया की यौद्धा स्मारक समिति यमुनानगर व सरस्वती नदी शोध संस्थान हरियाणा द्वारा संयुक्त रुप से पदम भूषण से सम्मानित स्वर्गीय दर्शन लाल जैन जी का जयंती समारोह डीएवी महिला कालेज यमुनानगर में बड़े ही श्रद्धा भाव से मनाया गया।
जयंती समारोह में योद्धा स्मारक समिति के प्रांत सचिव आर एस एस के राजेश गोयल, मुख्यमंत्री मनोहर लाल के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, डिप्टी चेयरमैन धूमनसिंह किरमिच, कार्यक्रम संयोजक रमेश धारीवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा, मेयर मदन चौहान, भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग रहे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख यौद्धा स्मारक समिति के प्रांत सचिव राजेश गोयल ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वर्गीय दर्शनलाल जैन के सानिध्य में उन्हें वर्ष 1994 में जिला यमुनानगर में कार्य किया है, बाऊ जी कार्यों के प्रति सजग रहते थे,जनहित के कार्यों में वह हमेशा अग्रणीय भूमिका निभाते थे, उनके परिवार के सदस्य भी हमेशा विन्रम व सादगीपूर्ण रहे, स्वर्गीय दर्शनलाल जैन जी बाऊ जी के नाम से प्रसिद्ध रहे, बाऊ जी वर्ष 1985 में सरस्वती खोज अभियान से जुड़े व वर्ष 1997 में आदिबद्री में सरस्वती नदी के उद्गम स्थल की खोज की, दूसरे विश्व युद्ध में अंग्रेजों का विरोध किया, वर्ष 1954 में सरस्वती पब्लिक स्कूल जगाधरी के संस्थापक सदस्य बने, वर्ष 1957 में डीएवी महिला कालेज यमुनानगर के संस्थापक सेक्टरी बने, नंदलाल गीता विध्या मंदिर तेपला की स्थापना की, पदम भूषण बाऊ जी का शिक्षा के क्षेत्र में महान योगदान है, आज के युवा वर्ग को बाऊ दर्शन लाल जैन जी के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए, सरस्वती नदी को धरातल पर लाने का उनका लगाव देखने लायक था, इस कार्य के लिए वह लगातार केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के सम्पर्क में रहे, स्वर्गीय दर्शन लाल जैन जी ने सरस्वती नदी की खोज करके महान कार्य किया है जैसे भागीरथ गाँग नदी को धरा पर लाए थे तो उन्हे भागीरथ कहा गया।
ऐसे ही सरस्वती नदी की खोज करके उसको धरा पर लेकर आए इसलिए बाऊ जी को सरस्वती नदी का भागीरथ कहा गया। मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती ने कहा कि पदम भूषण दर्शन लाल जैन ने सरस्वती नदी को धरातल पर लाने के लिए पूरे हरियाणा में पदयात्रा की व 12 जिलों में सरस्वती नदी का पता लगाया.