
बीजेपी के नेता और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देना शुरू किया है.
भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास की मरम्मत पर कथित तौर पर 45 करोड़ रुपए खर्च करने के मुद्दे पर मोर्चा खोले हुए है. बीजेपी के नेता और कार्यकर्ताओं ने आज सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देना शुरू किया है.
बीजेपी ने आरोप लगाया था कि दिल्ली सरकार ने कोविड प्रकोप के दौरान अरविंद केजरीवाल के आवास के नवीनीकरण पर 45 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. दिल्ली के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक दिन पहले कहा था कि पार्टी सोमवार से फ्लैगस्टाफ रोड के छह-सिविल लाइंस स्थित केजरीवाल के आधिकारिक आवास के बाहर धरना देगी. धरने का नेतृत्व भाजपा सांसद हर्षवर्धन करेंगे, जिसमें पार्टी के कार्यकर्ता शामिल होंगे. बीजेपी का दावा है कि 2020-22 के दौरान यहां 6, फ्लैगस्टाफ रोड पर मुख्यमंत्री के आवास के नवीनीकरण पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे. आम आदमी पार्टी (आप) ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा इस मामले को उठाकर वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है. बीजेपी ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि केजरीवाल ने 2020-22 के दौरान अपने आधिकारिक आवास के नवीनीकरण पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए. सचदेवा ने कहा, इसमें सबसे शर्मनाक बात यह है कि यह घोटाला ऐसे समय में किया गया, जब दिल्ली में कोरोना महामारी चरम पर थी है और इससे हर दिन सैकड़ों लोगों की मौत हो रही थी.
केजरीवाल के आधिकारिक आवास की मरम्मत पर करोड़ों रुपए खर्च के विवाद के बीच एल जी वीके सक्सेना ने अधिकारियों को खर्च के रिकॉर्ड को सुरक्षित रखने का आदेश दिया था और 15 दिनों के भीतर इस मामले पर रिपोर्ट मांगी थी. 27 अप्रैल को जारी एक राज निवास आदेश में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा मुख्यमंत्री आवास के नवीनीकरण में कथित घोर अनियमितताओं की रिपोर्ट का हवाला दिया गया था.