
प्रोजेक्ट का गुरुग्राम वाला भाग डेढ़ माह में होगा शुरू
चंडीगढ़ दिनभर
नई दिल्ली. द्वारका एक्सप्रेस-वे का पूरा प्रोजेक्ट अगले छह महीने के भीतर हर हाल में पूरा किया जाएगा। लक्ष्य चार महीने के भीतर पूरा करने का रखा गया है। प्रोजेक्ट का गुरुग्राम भाग एक से डेढ़ महीने के भीतर चालू कर दिया जाएगा। यह जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में दी उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे निर्माण पूरा होगा वैसे-वैसे एक्सप्रेस-वे के भाग को चालू किया जाएगा। विधिवत उद्घाटन का इंतजार नहीं किया जाएगा। प्रोजेक्ट का विधिवत शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों कराया जाएगा। निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण करने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बृहस्पतिवार सुबह लगभग 11 बजे खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक बनाए गए फुल क्लोवरलीफ फ्लाईओवर पर पहुंचे।
इस मौके पर दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, केंद्रीय योजना, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह, दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी और सांसद प्रवेश वर्मा भी थे। सभी ने सबसे पहले फुल क्लोवरलीफ फ्लाईओवर के बारे में बारीकी से जानकारी हासिल की। इसका निर्माण द्वारका एक्सप्रेस-वे, सदर्न पेरिफेरल रोड और दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे का आपस में जोडऩे के लिए बनाया गया है। गडकरी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के सदस्य मनोज कुमार से फुल क्लोवरलीफ फ्लाईओवर के नजदीक निर्माणाधीन ड्रेन सिस्टम के बारे में भी जानकारी हासिल की। उन्होंने लोगों की सुरक्षा के लिए क्या-क्या इंतजाम किए गए हैं, इस बारे में भी सवाल किया। एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी का भी उन्होंने अवलोकन किया। उन्होंने गुरुग्राम के साथ ही दिल्ली भाग का भी निरीक्षण किया।
इस बीच द्वारका स्थित एक होटल में पत्रकारों से बातचीत भी की। उन्होंने कहा कि यह देश का पहला अर्बन एक्सप्रेस-वे है। यही नहीं, देश का पहला एक्सप्रेस-वे होगा जिसका एलिवेटेड भाग सिंगल पिलर के ऊपर बनाया जा रहा है। इसके निर्माण में दो लाख एमटी स्टील का इस्तेमाल किया जाएगा जो कि एफिल टावर के निर्माण की तुलना में 30 गुना अधिक है। 20 लाख सीयूएम कंक्रीट का इस्तेमाल होगा, जो कि बुर्ज खलीफा की तुलना में छह गुना अधिक है। 12 हजार पेड़ों का ट्रांसप्लांट किया गया है। उन्होंने कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे के चालू होने के बाद दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक का दबाव इतना अधिक है कि गुरुग्राम की तरफ से निमंत्रण आने पर सोचना पड़ता है। दिल्ली और आसपास ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के ऊपर काम चल रहा है। 25 हजार करोड़ रुपये के कार्य पूरे हो चुके हैं। 33 हजार करोड़ रुपये के कार्य चल रहे हैं। छह हजार करोड़ रुपये के कार्य शुरू होने हैं।