
एस्कॉर्ट सर्विस देने के नाम पर 100 लोगों से ऑनलाइन ठगी
चंडीगढ़ दिनभर
पंचकूला। गर्लफ्रेंड के खर्चे पूरे करने और जल्दी अमीर बनने के लिए कुछ युवकों ने शॉर्टकट अपनाया जो उनके लिए भारी पड़ गया। उन्होंने ऑनलाइन एस्कॉर्ट सर्विस शुरू की और खूबसूरत लड़कियों के फोटो भेजकर लोगों को जाल में फंसाते और विभिन्न सर्विस देने के नाम पर अकाउंट में पैसे डलवा लेते और फिर उनके मोबाइल ब्लॉक कर देते। पंचकूला साइबर पुलिस ने ऐसे ही पांच साइबर ठगों को गिर तार किया है। डीसीपी निकिता खट्टर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि साइबर थाना प्रभारी सोमबीर सिंह ढाका व उनकी टीम ने राजस्थान के उदयपुर में छापा मारकर आरोपियों को गिर तार किया है।
आरोपी एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान समेत विभिन्न राज्यों के करीब 100 लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं। आरोपियों की पहचान राजेन्द्र पतिदार,मनीष पतिदार, मोहन लाल अहारी, दिलीप पतिदार और राहुल ननोमा के रूप में हुई है। सभी की उम्र 19 से 25 के बीच है। सभी आरोपी किराये के मकान से धंधे को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश कर 4 दिन का रिमांड हासिल किया है। इनके पास से 24 मोबाइल फोन, 5 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। पूछताछ में और वारदातों का खुलासा होने की उ मीद है। साथ ही ठगी हुई रकम को भी रिकवर किया जाएगा। डीसीपी ने बताया कि पंचकूला के एक नाबालिग के साथ ठगी के बाद मामला उजागर हुआ और पुलिस ने शिकायत के बाद कार्रवाई को अंजाम देते हुए यह सफलता हासिल की है।
लड़कियों की फोटो भेज करते थे ठगी
ये गैंग पहले युवाओं को एक लिंक भेजता। उसपर क्लिक करते ही लड़कियों की फोटो खुल जातीं। फिर उनसे सर्विस के नाम पर कुछ पैसे डलवाता। इसके बाद होटल बुकिंग, सिक्योरिटी आदि के नाम पर और पैसे मांगे जाते। जैसे ही पैसे अकाउंट में आते, संबंधित व्यक्ति का फोन नंबर ब्लॉक कर दिया जाता। ऐसे मामले में ठगी होने के बाद लोग पुलिस में शिकायत नहीं करते थे जिस वजह से ठगों के हौसले बुलंद होते गए और 100 के करीब लोगों को अपना शिकार बनाया।
नाबालिग को ठगा तो हुआ भंडाफोड़
डीसीपी निकिता ने बताया कि साइबर थाने में 1.18 लाख रुपए की ठगी की शिकायत पिछले महीने मिली थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि वे काम से घर से बाहर गए थे। उनका नाबालिग बेटा इंटरनेट पर काम कर रहा था। तभी उसे एक लिंक आया। क्लिक करने के बाद वॉट्सएप पर लड़कियों की फोटो भेजी गईं। फिर जबर्दस्ती 500 रुपए अकाउंट में डलवाए गए। उसके बाद होटल बुकिंग के लिए 5000 रुपए मांगे गए। इसके बाद अलग-अलग तरीके से क्यूआर कोड भेजकर उससे 1.18 लाख रुपए ठग लिए गए। शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को उदयपुर से गिर तार किया।