पुलिस की पिटाई के बाद हुई युवक की मौत
24 वर्षीय युवक की मौत के बाद परिजनों ने किया चौकी में हंगामा
अमरावती पुलिस चौकी क्षेत्र में 24 वर्षीय युवक की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि युवक की मौत पुलिस की पिटाई के कारण हुई। युवक 10 दिन पहले हुए झगड़े के मामले में पुलिस हिरासत में था। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम न कराने और एएसआई पर कार्रवाई की मांग की है।
कपिल नागपाल: अमरावती पुलिस चौकी क्षेत्र स्थित गांव बी सी डब्लू सूरजपुर रजीपुर में एक युवक की मौत के बाद तब हंगामा हो गया। जब मृत्यु के परिजनों ने कहा कि युवक की मौत पुलिस की पिटाई के बाद हुई है। मृत्यु के पारिवारिक सदस्य करणपाल के अनुसार मृतक की बहन गीतांजलि ने पुलिस को बताया कि उसका 24 वर्षीय भाई रितिक जोमैटो में काम करता था। करीब 10 दिन पहले गांव रामपुर सीयूडी में कुछ युवकों के साथ उसका झगड़ा हुआ था। जहां किसी के पुलिस बुलाने के बाद से उसके भाई को पुलिस अपने साथ हिरासत में ले गई थी। हिरासत के दौरान शराब के नशे में एक पुलिस वाले ने ऋतिक को पीटा था। उसकी काफी छोटे आई थी। परंतु बाद में उनका फैसला हो गया था। रितिक की बहन गीतांजलि ने बताया कि एएसआई विक्रम ने मेरे भाई को बुरी तरह पिटाई की है। जिससे उसकी मौत हुई है।
पिटाई बाद ही बिगड़ी तबीयत
गीतांजलि ने बताया कि 2 दिन बाद रितिक जब घर पर था। तो अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसने खून की उल्टी की उसे पंचकूला के सेक्टर 6 अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी तबीयत दिन प्रतिदिन बिगड़ती गई डॉक्टर ने रितिक की बिगड़ती हालत देखकर उसे चंडीगढ़ पीजीआई अस्पताल में भेज दिया। जहां पर वीरवार सुबह इलाज के दौरान रितिक की मौत हो गई परिजनों का कहना है कि रितिक की मौत पुलिस की अवैध हिरासत के दौरान हुई पिटाई के चोट के कारण हुई है। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है फिलहाल वह अमरावती पुलिस चौकी में इसकी शिकायत दे आए हैं। इंचार्ज अमरावती चौकी प्रताप सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों ने शिकायत दे दी है। और शिकायत के अनुसार जांच की जाएगी।
परिवार वालों ने कहा कि जब तक एएसआई विक्रम के ऊपर नहीं होगा मामला दर्ज तब तक हम शव का नहीं करवाएंगे पोस्टमार्टम वह अपने गांव में नहीं लगने देंगे कोई भी पोलिंग बूथ
प्रीति की बहन गीतांजलि ने भी बताया कि जब तक एएसआई विक्रम के ऊपर मामला दर्ज नहीं होता तब तक हम शव का पोस्टमार्टम या संस्कार नहीं करेंगे। वह अपने गांव में कोई भी पोलिंग बूथ नहीं लगने देंगे क्योंकि हमारे बच्चे की मौत के बाद कोई भी विधायक या कोई भी मंत्री हमारे घर पर पूछने तक नहीं आया।